India News (इंडिया न्यूज), Dhirendra Shastri on Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत की खबरों के बीच बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान चर्चा में है। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे मरे तो मोक्ष मिलेगा, मौत नहीं होगी। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में धीरेंद्र शास्त्री भगदड़ में हुई मौतों पर प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “मृत्यु तो सबको आनी है, लेकिन जो गंगा किनारे मरेगा, वह मरा नहीं, बल्कि मोक्ष पाएगा।”

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा

“कुछ लोग मुझसे पूछ रहे थे कि इस घटना पर क्या कहेंगे? मैंने कहा, देश में हर दिन लाखों लोग मर रहे हैं – कोई बीमारी से, कोई हार्ट अटैक से, कोई स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में। लेकिन ये महाप्रयाग है यहां जिनकी मृत्यु हुई, उन्होंने मोक्ष प्राप्त किया है।”

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भगदड़ में मारे गए लोगों पर सरकार की चुप्पी

29 जनवरी को मौनी अमावस्या के स्नान से पहले आधी रात को भगदड़ मच गई थी जिसमें सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 30 लोगों की मौत हुई। हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों और कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों की संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है। पुलिस और प्रशासन ने 30 मौतों के आंकड़े में कोई संशोधन नहीं किया है लेकिन देशभर से जान गंवाने वालों की खबरें लगातार आ रही हैं। इस बीच शास्त्री का यह बयान कई सवाल खड़े कर रहा है।

सोशल मीडिया पर बयान को लेकर विवाद

धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर सोशल मीडिया में मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग इसे आध्यात्मिक दृष्टिकोण मान रहे हैं, तो कई इसे निष्क्रियता को सही ठहराने की कोशिश बता रहे हैं। अब सवाल उठता है – क्या सरकार भगदड़ में हुई मौतों की असली संख्या बताएगी? क्या इस घटना की निष्पक्ष जांच होगी? या फिर इस पूरे मामले को ‘मोक्ष’ की बात कहकर टाल दिया जाएगा?