India News UP(इंडिया न्यूज़),Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में एक डॉक्टर का अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां डॉक्टर ने एक बच्चे का गलत ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन बाईं आंख का होना था लेकिन उसने दाईं आंख का ऑपरेशन कर दिया और बच्चे को ऑपरेशन थियेटर में ले जाने के बाद कहा कि ऑपरेशन हो गया है। हद तो तब हो गई जब परिजनों को पता चला कि बच्चे की आंख का ऑपरेशन हुआ ही नहीं है। इसके बाद जब उन्होंने डॉक्टर से शिकायत की तो डॉक्टर ने उनके साथ बदसलूकी की. अब परिजन इस पूरे मामले में सीएमओ से शिकायत करने की बात कह रहे हैं।
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जानें पूरा मामला?
दरअसल,ये पूरा मामला ग्रेटर नोएडा के बीटा 2 थाना क्षेत्र के गुम 1 सेक्टर का है, जहां पर आनंद स्पेक्ट्रम नाम से एक अस्पताल है। बीटा 2 सेक्टर के रहने वाले नितिन अपने 7 साल के बेटे को लेकर अस्पताल आए थे। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे की आंख में कुछ एलर्जी है. इसके बाद डॉक्टर आनंद ने बच्चे की आंख को देखा और बताया कि उसकी आंख में कुछ प्लास्टिक है, इसे सर्जरी के जरिए निकालना पड़ेगा. अगले दिन परिवार के लोग बच्चों को लेकर अस्पताल गए और उसके बाद डॉक्टर बच्चों को ऑपरेशन थियेटर में ले गए और कुछ देर बाद उसे बाहर लाए और उन्होंने उसकी आंख पर पट्टी भी बांधी और बताया कि बच्चे का ऑपरेशन हो गया है और उसकी आंख से प्लास्टिक का टुकड़ा निकाला गया है।
डॉक्टर ने मानी गलती
बच्चों के पिता नितिन ने बताया कि ऑपरेशन थियेटर से बाहर आने के बाद हम बच्चे को घर ले गए लेकिन काफी देर बाद देखा कि बच्चे की बाईं आंख में दिक्कत है लेकिन पट्टी दाईं आंख पर लगी हुई है। इसके बाद वह उसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टर ने बताया कि पट्टी गलती से दूसरी आंख पर लग गई है।
इसके बाद परिजन बच्चों को दूसरे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की आंख बिल्कुल ठीक है और उसका कोई ऑपरेशन नहीं हुआ है। परिजन फिर से एकत्र होकर आनंद अस्पताल पहुंचे और उन्होंने वहां हंगामा करना शुरू कर दिया और उन्होंने मौके पर पुलिस को भी बुला लिया। इसके बाद डॉक्टर ने माना कि उनसे गलती हुई है और उन्होंने पट्टी गलत आंख पर लगा दी थी, हालांकि डॉक्टर ने यह भी बताया कि बच्चों का ऑपरेशन नहीं हुआ है।
परिजनों ने लगाया बड़ा आरोप
परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन के नाम पर हमसे 45000 रुपए लिए गए, एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाने से बच्चे को इंफेक्शन हो गया और शरीर पर चकत्ते पड़ गए। फिलहाल इस घटना को लेकर परिजनों में काफी गुस्सा है और वे इस मामले में सीएमओ से शिकायत कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।