India News (इंडिया न्यूज), Justice Girdhar Malviya: महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र और इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जस्टिस गिरधर मालवीय का निधन हो गया। सोमवार सुबह प्रयागराज के जॉर्जटाउन स्थित एक निजी अस्पताल में उनका निधन हुआ। उनका आवास भी जॉर्जटाउन में ही था। जस्टिस मालवीय का निधन इलाहाबाद और पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है।
1960 में इलाहाबाद हाईकोर्ट में करी थी शुरू वकालत
जस्टिस गिरधर मालवीय का जन्म 14 नवंबर 1934 को वाराणसी में हुआ था। वह महामना मदन मोहन मालवीय के छोटे बेटे गोविंद मालवीय के इकलौते पुत्र थे। उनकी शुरुआती शिक्षा वाराणसी के बेसेंट थियोसोफिकल स्कूल और काशी हिंदू विश्वविद्यालय से हुई थी। गिरधर मालवीय ने 1960 में इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत शुरू की।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में 1988 के बने न्यायमूर्ति
1988 में वह इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति बने और बाद में 2018 में बीएचयू, वाराणसी के चांसलर के रूप में भी कार्य किया। इसके अलावा वह गंगा महासभा के अध्यक्ष और कई अन्य सामाजिक संस्थाओं से जुड़े रहे। जस्टिस मालवीय को हमेशा मदन मोहन मालवीय के विचारों और सिद्धांतों का पालन करने के लिए जाना जाता था।
लंबे समय से थे बीमार
वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे, और पिछले वर्ष बीएचयू के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के बाद से किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया था। उनके पुत्र मनोज मालवीय, जो पश्चिम बंगाल के पूर्व डीजीपी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सलाहकार रहे, अपने पिता के अंतिम समय में उनके पास मौजूद थे। उनका अंतिम संस्कार 19 नवंबर को रसूलाबाद घाट पर किया जाएगा। जस्टिस गिरधर मालवीय के निधन से समाज ने एक महान व्यक्तित्व को खो दिया है।
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