India News (इंडिया न्यूज),Kanpur News: कानपुर में एक पति-पत्नी ने बच्चे की चाहत में कुछ ऐसा किया कि पूरी इंसानियत शर्मसार हो गई। पति-पत्नी ने रिश्ते में भतीजे लगने वाले दो युवकों को पैसों का लालच दिया और 6 साल के मासूम बच्चे की हत्या करवा दी। इसके बाद दोनों पति-पत्नी ने 6 साल के मासूम बच्चे का दिल निकालकर खा लिया। दरअसल, उसने संतान प्राप्ति के लिए यह टोटका किया था। इस दर्दनाक और खौफनाक घटना के करीब 3 साल बाद पीड़ित परिवार को न्याय मिला है और आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।

बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए

जानकारी के मुताबिक, यह दिल दहला देने वाली घटना 14 नवंबर 2020 की है, जब दिवाली के दिन 6 साल की मासूम बच्ची मोहल्ले में दूसरे बच्चों के साथ खेल रही थी। खेलते समय दो युवक आए और बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने 6 साल की मासूम बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद लड़की की हत्या कर दी गई और उसके शव को टुकड़ों में काट दिया गया। हत्यारे मासूम बच्ची का दिल निकालकर अपने साथ ले गए।

पुलिस ने 4 लोगों को किया गिरफ्तार

जब मासूम बच्ची का शव इस हालत में मिला तो जिसने भी देखा वह सहम गया। इस हत्याकांड के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी को पकड़ लिया। इस पूरे मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पूछताछ की तो जो हकीकत सामने आई वह दिल दहला देने वाली थी। पुलिस द्वारा कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट के अनुसार, सुनैना और परशुराम नाम के शख्स ने बच्चे के लिए यह अपराध किया।

तांत्रिक ने दिया बच्चे खाने की सलाह

सुनैना और परशुराम की शादी को 18 साल बीत चुके थे लेकिन उनकी कोई संतान नहीं थी। उन्होंने इसका इलाज भी कराया लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उसने एक तांत्रिक से सलाह ली। तांत्रिक ने कहा कि मासूम बच्ची का दिल खाने से उन्हें संतान की प्राप्ति होगी। इसके चलते दोनों पति-पत्नी ने अपने-अपने भतीजों को पैसों का लालच देकर एक मासूम बच्ची का दिल लाने को कहा।

रिश्ते में भतीजे लगने वाले दो लोगों ने पैसों के लालच में इस दरिंदगी को अंजाम दिया। उसने 2020 में दिवाली की रात इस रेप और वीभत्स हत्याकांड को अंजाम दिया और उसका दिल लाकर अपने चाचा-चाची को दे दिया। इसके बाद दोनों पति-पत्नी ने बच्ची का लीवर खा लिया।

अब पीड़ित परिवार को मिला न्याय

पुलिस की चार्जशीट के बाद पुलिस की ओर से 10 गवाह और बचाव पक्ष की ओर से 1 गवाह को कोर्ट में गवाही के लिए रखा गया। कोर्ट ने अब पति-पत्नी और उनके चचेरे चाचा और वीरन को इस जघन्य अपराध का दोषी पाया है और चारों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और प्रत्येक पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। मासूम बच्चे के परिजनों का कहना है कि आज उनकी दिवाली है।

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