India News (इंडिया न्यूज़),Lucknow Mass Murder Update : उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हत्याकांड को अंजाम देने वाले सिरफिरे ने अपना जुर्म कबूल लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी अरशद ने अपनी चार बहनों और माता की हत्या करने की घटना को कबूल करते हुए बताया कि मौहल्ले वाले इनके परिवार को परेशान कर रहे थें। इसको डर था कि अगर इसे कुछ हो गया तो इनकी माँ और बहन का क्या होगा, इसलिए इसने उनको मार देने का फ़ैसला किया।
ऐसे दिया घटना का अंजाम
अरशद परिवार को पहले अजमेर लेकर गया फ़िर लखनऊ लाकर सभी को होटल में रुकवाया, रात्रि में शराब पिलाई और कुछ के मुँह में कपड़ा डालकर दुपट्टे से गला दबा दिया और कुछ की कलाई ब्लेड से काट दी। इस काम में पिता ने मदद की। इसके बाद पिता को रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया और स्वयं थाने पहुँचकर घटना की सूचना दी। अभियुक्त की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आला कत्ल ब्लेड व दुपट्टा बरामद कर लिया गया है। आरोपी से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। प्रत्येक तथ्य के संबंध में साक्ष्य संकलन कर सत्यापित किया जा रहा है।
लखनऊ हत्याकांड का खौफनाक खुलासा
लखनऊ के नाका थाना छेत्र के चारबाग इलाके के होटल शरणजीत मे हुई एक ही परिवार के 5 महिलाओं की निर्मम हत्या के मामले मे पुलिस जांच पड़ताल मे जुटी है बताया जा रहा है बीती दिसंबर को परिवार के 7 सदस्य जिसमे 5 महिलाये थी रुके थे बुधवार की सुबह पुलिस को घटना की जानकारी हुई आसपास के लोगो का क्या कुछ कहना है घटना पर स्थानीय लोगो का इंडिया न्यूज़ ने जायजा लिया लोगो से बात कीअलीम, अलीम खान,बस्ती रानू, आरिफ, अजहर और उसके रिश्तेदार जो ऑटो चलते हैं यह लोग बहुत बड़ा भू माफिया चलाते हैं लड़कियों को भेजते हैं इन लोगों का प्लान था कि हम लोगों को जेल पहुंचा दें हमारे बहनों को हैदराबाद लकड़ी सप्लाई करता है हम यह नहीं चाहते थे मजबूरन हमें यह करना पड़ा। हमने बहुत लोगों से मदद मांगी नेताओं से मदद मांगी बीजेपी के हैं उनसे मदद मांगी। हम लोग बदायूं के रहने वाले हैं हमारी ताई के पास प्रूफ मिल जाएगा हम सन 47 से रह रहे हैं हमारे पास प्रूफ है यह लोग कहते हैं कि बांग्लादेशी हैं। हम लोग बस्ती वालों से तंग आकर धर्म परिवर्तन करना चाहते थे जैसे हम चैन से जी सकें पूजा करें मंदिर बनाएं। मेरी सारी बहनें मर रही है किसी को ऐसा दोबारा ना करना पड़े योगी जी से विनती है हर मुसलमान एक ऐसा नहीं होता है हाथ जोड़कर विनती करता हूं हमें इंसाफ ना मिले तो हमें मार दीजिए करने के बाद भी हमें इंसाफ ना मिले। हमारा आधा प्लॉट छीन लिया है और आधा भी छीनना चाहते थे अगर आप सच्चे हैं तो हिंदू सच्चे ठाकुर हैं तो हम धर्म परिवर्तन करना चाहते थे उसे घर में सिर्फ और सिर्फ मंदिर बनना चाहिए हमारी बहनों ने जो सामान रखा था जो संभाल कर उसको अनाथ आश्रम में दे देना चाहिए अपने हाथ से मैं मार दिया है इनको । आप लोग कहते हो बेटी बढ़ाओ बेटी बचाओ इस तरीके से यह मुसलमान करते हैं कोई अपनी बेटी पढ़ सकता है बचा सकता है कितने लोगों की गरीब लोगों की बेटियां हैदराबाद भेज दी उन्होंने हम मौत मजबूर हैं।
बस्ती वाले अपनी चौकी भी कब्जा कर रखी है मंदिर बने उसे घर को अब आपकी मर्जी हमें जलाओ या दफनाओ इन लोगों को इंसाफ दिलाओ यह बहुत तड़पती है इनका हाथ काट दिया मैंने उनकी इज्जत नहीं लुटने देना चाहते थे उनकी इज्जत बचाई है मैंने आप जो कर रहे हो सही कर रहे हो हमारे हिंदुओं ने भी मदद नहीं की हमारे मरने के बाद मदद कर दो हाथ जोड़कर विनती है इंसाफ दिलाओ गेस्ट हाउस की कोई गलती नहीं है।