India News (इंडिया न्यूज), Lucknow News: 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में 80 सीटें जीतने के लिए बीजेपी ने हर वर्ग को साधना शुरू कर दिया है। इसके लिए अब बीजेपी ने किसानों से संपर्क करने के लिए किसान मोर्चा को जिम्मा सौंपा है। किसान मोर्चा ने किसानों के बीच पहुंचने से पहले गांव परिक्रमा यात्रा निकालने की शुरुआत करने जा रही है। नवंबर से किसान मोर्चा के कार्यकर्ता गांवों में दिखाई पड़ेंगे। पूरे देश में एक लाख गांवों तक पहुंचने का टारगेट रखा गया है।
बीजेपी किसान मोर्चा के कार्यकर्ता परिक्रमा यात्रा के जरिए गांवों में पहुंचकर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए किए गए कामों की जानकारी देगी। कार्यकर्ताओं को समझाया गया है कि केंद्र की मोदी सरकार ने किसान, सम्मान निधि, एमएसपी पर फसलों की खरीद, यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता, अतिवृष्टि के दौरान किसानों को मुआवना देने की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। यह भी बताया गया है कि गन्ना किसानों को बीजेपी सरकार ही वक्त पर भुगतान देती है।
बीजेपी सरकार ने ही निजी नलकूल के बिजली कनेक्शन पर किसानों को 50 फीसदी तक छूट देने का फैसला लिया है। इसके साथ किसान यात्रा के जरिए गांव-गांव तक पहुंचकर किसान मोर्चा के कार्यकर्ता गांवों में एक-दो दिन तक रुकेंगे और रात में चौपाल भी लगाएंगे।
चौपाल के दौरान वह गांवों और किसानों की समस्याओं को सुनेंगे। इसका पूरा फीडबैक तैयार करेंगे और प्रदेश कार्यालय को भेजेंगे। प्रदेश कार्यालय से यह फीडबैक केंद्रीय कार्यालय को भेजा जाएगा और वहां से सरकार को भेजकर इन समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जाएगी।
किसान मोर्चा यूपी की सभी विधानसभा तक पहुंचकर किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के सम्मेलन भी करेगा। एफपीओ किसानों को उपज को बाजार और मंडी में सही दाम दिलाने में मदद करते हैं। एफपीओ में निजी कंपनियों के प्रतिनिधि और किसान दोनों शामिल रहते हैं। निजी कंपनी को अच्छी उपज, सब्जियां, फल मिल जाते हैं और किसानों को उपज का सही दाम मिल जाता है।
यह सम्मेलन हर विधानसभा में कराने की तैयारी है। सूत्रों का कहना है कि किसान मोर्चा इसके साथ ही हर गांव में सांसद खेलकूद प्रतियोगिता की तरह ग्रामीण खेलों की खेलकूद प्रतियोगिता भी कराने की तैयारी कर रही है। इस प्रतियोगिता में कबड्डी, कुश्ती जैसे आयोजन होंगे। इससे युवाओं को सीधा जोड़ा जाएगा। इनमें पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
बीजेपी ने यह भी तय किया है कि सेना, अद्धैसैनिक बलों या पुलिस सेवा से रिटायर्ड हुए सैनिकों को भी किसान मोर्चा के कार्यकर्ता ही जोड़ेंगे। यह रिटायरमेंट के बाद गांवों में रहते हैं और देश प्रेम की भावना से जुड़े होते हैं। इन्हें सैनिकों और सेना के लिए किए गए कामों को बताया जाएग़ा।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.