India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर्व के अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मचने से कई श्रद्धालु घायल हो गए। सभी को तत्काल सेंट्रल अस्पताल ले जाया गया। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन कर भगदड़ की जानकारी ली और तत्काल राहत पहुंचाने को कहा। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया है कि सब कुछ नियंत्रण में है।

फिलहाल सब कुछ- नियंत्रण में

दूसरी ओर महाकुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ की सूचना के बाद अखाड़ों ने शाही स्नान रोक दिया है। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि पूरा मेला क्षेत्र संगम है और किसी भी घाट पर स्नान करने से उतना ही पुण्य मिलेगा जितना संगम नोज पर मिलता है। आपको बता दें कि महाकुंभ में 44 घाट बनाए गए हैं, लेकिन श्रद्धालु भारी संख्या में संगम नोज पहुंच रहे हैं। जिसके चलते भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि अब स्थिति पर काबू पा लिया गया है और अधिकारी भीड़ प्रबंधन में लगे हुए हैं।

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भीड़ प्रबंधन में जुटे 10 डीएम

अत्यधिक भीड़ के कारण मची भगदड़ के बाद 10 जिलों के डीएम को ग्राउंड जीरो पर लाकर भीड़ प्रबंधन किया जा रहा है। फिलहाल श्रद्धालुओं को शहर के बाहर ही रोक दिया गया है। अब स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में भेजा जा रहा है। इसके अलावा एनएसजी कमांडो के साथ ही सीआरपीएफ और यूपी पुलिस के जवानों ने भी मेला क्षेत्र में मोर्चा संभाल लिया है।

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लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु

बता दें कि मौनी अमावस्या पर स्नान करने के लिए दो दिनों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम पहुंच रहे हैं। आलम यह है कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में इस समय लाखों की भीड़ है। अखाड़ों की ओर से अपील की जा रही है कि एक घाट पर भीड़ न लगाएं। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सहयोग करें। साधु-संतों ने कहा है कि आज पूरा मेला क्षेत्र ही संगम है, कोई भी किसी भी घाट पर पवित्र स्नान कर सकता है।

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