India News (इंडिया न्यूज),Maha Kumbh 2025: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के पावन अवसर पर आस्था की डुबकी लगाएंगे और देश-विदेश से आए संतों से मुलाकात करेंगे। गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के त्रिवेणी संगम पर चल रहे इस महाकुंभ को समानता और समरसता का प्रतीक बताया जा रहा है। 144 साल बाद आयोजित इस महाकुंभ में अब तक करोड़ों श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।
महाकुंभ में स्नान करने से पहले क्या बोले अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने महाकुंभ में स्नान और पूजन करने की उत्सुकता व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, आस्था और विविधता का संगम है। उन्होंने हाल ही में गुजरात के एक कार्यक्रम में कहा था कि महाकुंभ 144 साल में एक बार आता है और हर व्यक्ति को इसमें शामिल होना चाहिए। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे नौ बार कुंभ में जा चुके हैं और इस आयोजन को एकता व सद्भाव का संदेश देने वाला बताया। महाकुंभ में शाह का विभिन्न संतों से भेंट का कार्यक्रम भी तय है, जिसमें पुरी और द्वारका के शंकराचार्य शामिल हैं। शाह ने सोशल मीडिया पर लिखा, “महाकुंभ सनातन धर्म का महासमागम है, जो विश्व को समानता और समरसता का संदेश देता है। यह देश की विविधता और ज्ञान परंपरा का प्रतीक है।”
दिल्ली चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान ने केजरीवाल पर साधा निशाना, ‘हम किसी को भी छेड़ेंगे नहीं पर…’
अखिलेश यादव ने भी जताई आस्था
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी रविवार को अपने बेटे अर्जुन के साथ महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने 11 बार संगम में स्नान किया और इस आयोजन को सौहार्द और सहनशीलता का संदेश देने वाला बताया। हालांकि, उन्होंने आयोजन के प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि बुजुर्गों के लिए बेहतर सुविधाएं होनी चाहिए थीं। महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा। इस अद्भुत आयोजन ने दुनियाभर से श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है, जो भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता की झलक पाने प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
‘सुरक्षा खतरा’ को लेकर AAP की महिला सम्मान योजना पर स्मृति ईरानी का बड़ा बयान! जानिए क्या कहा