महाकुंभ में भगदड़ के बाद काबू में स्थिति, PM और CM Yogi योगी ने श्रद्धालुओं से की ये अपील
India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: संगम तट से पहले बने गेट के पास भगदड़ मचने से हालात बेकाबू हो गए। कई श्रद्धालुओं के मरने और घायल होने से अफरातफरी मच गई। पुलिस, प्रशासन, आपदा प्रबंधन की टीम ने तत्परता दिखाते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। करीब तीन घंटे बाद हालात पर काबू पाया जा सका। प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान न करने का निर्णय लिया है और मेला प्रशासन का पूरा सहयोग करने की बात कही है।
अन्य घाटों पर श्रद्धालु कर रहे स्नान
पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए लगातार श्रद्धालुओं से संगम तट पर न आने का अनुरोध किया जाता रहा, जबकि श्रद्धालु संगम के अलावा अन्य घाटों पर स्नान करते रहे।
बताया जाता है कि संगम तट से थोड़ी दूर पहले बने गेट पर यह हादसा उस समय हुआ जब आते-जाते श्रद्धालु एक-दूसरे से टकरा गए। स्नानार्थी आमने-सामने हुए तो आगे निकलने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे। इसके बाद भगदड़ मच गई।
मेला क्षेत्र में सक्रिय एडीजी जोन भानु भास्कर, महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, आईजी रेंज प्रेम गौतम, कमिश्नर विजय विश्वास पंत, पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा ने भगदड़ की खबर मिलते ही पूरी व्यवस्था सक्रिय कर दी। कुछ ही देर में वहां एंबुलेंस पहुंचने लगीं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।
भोर होने तक सभी अधिकारी स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित करने का प्रयास करते रहे। घायलों को एयर एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाने की भी तैयारी पूरी कर ली गई। घटना के बाद महाकुंभ में भीड़ डायवर्जन प्लान लागू कर दिया गया है। श्रद्धालुओं के जत्थों को शहर के बाहर ही रोक दिया गया। 10 से अधिक जिलाधिकारियों को भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। प्रयागराज के सीमावर्ती इलाकों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अफसरों को सक्रिय कर दिया गया है।