India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh ka Maha Manch 2025: “महाकुंभ का महामंच” 2025 के कार्यक्रम का प्रयागराज में आगाज हो चुका है। “महाकुंभ का महामंच” में कई साधु-संत पहुंचे । वहीं बात करें साक्षी महाराज की तो वो भी कार्यक्रम में पहुंचे। सबसे पहले कार्यक्रम की शुरूआत डॉ. ऐश्वर्या पंडित शर्मा (चेयरपर्सन, TSG फाउडेशन) ने सभी साधु-संतों के साथ मिलकर दीप प्रज्वलित कर किया। हिन्दू धर्म के अनुसार जैसे किसी कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाता है ठीक वैसे ही सबसे पहले दीप प्रज्वलित किया गया फिर उसके बाद कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
मंच पर पहुंचे साक्षी महाराज
“महाकुंभ का महामंच” में निर्मल अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर के साक्षी महाराज का स्वागत किया गया। उनके स्वागत के लिए चेयरपर्सन, TSG फाउडेशन डॉ. ऐश्वर्या पंडित शर्मा मंच पर पहुंची। डॉ. ऐश्वर्या पंडित शर्मा (चेयरपर्सन, TSG फाउडेशन ) ने शॉल ओढ़ाकर और नटराज की कला कृति की अद्भुत तस्वीर भेंट कर उनका स्वागत किया। जिसके बाद मंच पर निर्मल अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर के साक्षी महाराज से सनातन और महाकंभ के बारे में बात की। साक्षी महाराज ने फतवा और इस्लाम को लेकर भी बात की । सभी को एकता का संदेश दिया।
क्या बोले निर्मल अखाड़े के आचार्य
निर्मल अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर के साक्षी महाराज ने मंच पर पहुंच कर कार्यक्रम की शौभा बढ़ाई और कहा कि, “सबसे पहले उन्होंने आईटीवी नेटवर्क का धन्यवाद किया। उसके बाद उन्होंने कहा कि, ये संगम घाट पर कार्यक्रम का आयोजन हम सभी के लिए गौरव की बात है।
साक्षी महाराज ने महाकुंभ को लेकर लोगों को संदेश दिया
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए महाकुंभ के महांच पर इंडिया न्यूज़ के एडिटर इन चीफ राणा यशवंत पहुंचे और महाकुंभ को लेकर निर्मल अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर के साक्षी महाराज से कई सवाल किए। निर्मल अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर के साक्षी महाराज ने महाकुंभ को लेकर लोगों को संदेश दिया। उन्होंने योगी सरकार और अपनी तरफ से सादर आमंत्रण कहा। उन्होंने कहा, जो भी हमारी बाते सुन रहे हैं वो भी महाकुंभ में स्नान करने जरूर आएंगे।
कौन है साक्षी महाराज
साक्षी महाराज श्री निर्मल पंचायती अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर की उपाधि रखते हैं। वे साक्षी महाराज समूह के निदेशक भी हैं, जिसके भारत में 17 शैक्षणिक संस्थान और कई आश्रम हैं। श्री निर्मल निर्मल अरण्य। उद्योगपति साक्षात्कारी महाराज वैद्य के साधु भी हैं। वह इस उद्योग के पहले महामंडलेश्वर बने। उन्हें महामंडलेश्वर के पद पर तैनात किया गया था।