उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में कटने लगी पर्ची, मौनी अमावस्या पर होंगे 1800 से अधिक नागा साधु, जूना अखाड़े से आरंभ हुई दीक्षा प्रक्रिया

India News(इंडिया न्यूज),Mahakumbh 2025: प्रयागराज में संगम तट पर आयोजित कुंभ महापर्व के तहत मौनी अमावस्या से पहले 1800 से अधिक साधु नागा बनने की प्रक्रिया से गुजरेंगे। जूना अखाड़े में यह प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है, जो 48 घंटे में पूरी होगी। नागा दीक्षा के बाद साधु मौनी अमावस्या पर अखाड़ों के साथ अमृत स्नान करेंगे। जूना अखाड़े के महंत रमेश गिरि ने बताया कि धर्म ध्वजा के नीचे 24 घंटे की तपस्या के साथ दीक्षा का शुभारंभ हुआ है।

गंगा में 108 डुबकी के बाद दीक्षा की शुरुआत

साधुओं की नागा दीक्षा गंगा में 108 पवित्र डुबकी के बाद आरंभ होती है। इस दौरान क्षौर कर्म, विजय हवन और गुरु द्वारा दी जाने वाली पांच विशेष वस्तुओं का वितरण किया जाता है। आचार्य महामंडलेश्वर के नेतृत्व में दीक्षा प्रक्रिया पूरी होती है। 19 जनवरी की सुबह साधुओं को अंतिम संस्कारात्मक प्रक्रिया से गुजरते हुए नागा बनाया जाएगा।

महाकुंभ में नागा साधुओं का महत्व

महाकुंभ अखाड़ों के विस्तार और नागा साधुओं की दीक्षा का विशेष अवसर होता है। नागा साधु बनने के बाद साधु सामाजिक बंधनों से मुक्त हो जाते हैं। चोटी काटने और तंगतोड़ क्रिया नागा दीक्षा की अहम प्रक्रियाएं हैं। इनसे साधु का सामाजिक जीवन समाप्त मान लिया जाता है। नागा बनने के बाद ही साधु को अखाड़ों में प्रशासनिक और आर्थिक जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं।

ठंड का डबल अटैक! बारिश के बाद छाया शहर में घना कोहरा, MP के इन जिलों में गरजेंगे बादल

आंतरिक जांच प्रक्रिया से गुजरते हैं साधु

अखाड़े की आंतरिक कमेटी प्रत्येक साधु की जांच-पड़ताल करती है। नागा बनने के लिए कठोर तपस्या और संस्कारों से गुजरना होता है। नागा बनने के बाद ही साधु को अखाड़े में महत्वपूर्ण पदों जैसे महामंत्री, सचिव और महंत पर नियुक्त किया जाता है।

अन्य अखाड़ों में भी दीक्षा की तैयारी

जूना अखाड़े के बाद निरंजनी, महानिर्वाणी और उदासीन अखाड़ों में भी नागा साधु बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। मौनी अमावस्या से पहले सभी अखाड़े अपने नए नागा साधुओं को शामिल करेंगे। यह प्रक्रिया अखाड़ों के आध्यात्मिक और प्रशासनिक विस्तार के लिए जरूरी मानी जाती है।

BJP के 22 प्रत्याशियों ने भरा नामांकन, रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर वीरेंद्र सचदेवा बोले- ‘अब नहीं सहेंगे, बदल…’

Pratibha Pathak

Recent Posts

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2025: भारत के खेल नायकों को राष्ट्रपति मुर्मू ने किया सम्मानित

भारतीय खेल जगत के सितारों ने 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में…

13 minutes ago

सुभाष राणा को द्रोणाचार्य पुरस्कार: पैरा खिलाड़ियों की सफलता और राष्ट्रीय खेलों के लिए प्रेरणा

देवभूमि उत्तराखंड के गर्व और प्रसिद्ध पैरा शूटिंग कोच  सुभाष राणा को माननीय राष्ट्रपति  द्रौपदी…

53 minutes ago

राष्ट्रीय खेलों में महिला सशक्तिकरण: उत्तराखंड में खेलों के क्षेत्र में महिलाओं की अविस्मरणीय भागीदारी

उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों के भव्य उद्घाटन की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही हैं, और…

58 minutes ago

मध्यप्रदेश में बड़ा खुलासा: सौरभ शर्मा ने मांगी जान की सुरक्षा, लगाए राजनेताओं और अफसरों पर गंभीर आरोप

India News (इंडिया न्यूज़), Saurabh Sharma Case: मध्यप्रदेश में एक बड़े घोटाले के केंद्र में…

1 hour ago

केन्या में खो-खो का नया युग: डॉ. हीरेन पाठक की प्रेरक कहानी

"हम भारतीय खेलों के साथ बड़े हुए हैं, और खो-खो उनमें से एक है," कहते…

1 hour ago

शारजाह वारियर्स ने ILT20 सीजन 3 के लिए नॉन-प्लेयिंग एथलीज़र किट की लॉन्च

शारजाह वारियर्स ने ILT20 सीजन 3 की शुरुआत शानदार तरीके से की, जहां उन्होंने गुल्फ…

1 hour ago