India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh Stampede Update: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। संगम नोज के पास भगदड़ की घटना के बाद सरकार ने यह फैसला किया है कि मेला क्षेत्र में व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए दो वरिष्ठ अधिकारियों समेत पांच विशेष सचिव स्तर और एसपी रैंक के अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। ये अधिकारी 12 फरवरी तक प्रयागराज में रहकर व्यवस्थाओं में सुधार करेंगे।
2019 के अर्धकुंभ के भरोसेमंद अधिकारी
यूपी सरकार ने जिन दो वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात करने का फैसला लिया है, वे आशीष गोयल और भानु गोस्वामी हैं। ये दोनों अधिकारी 2019 के अर्धकुंभ में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं, जहां उनकी कार्यशैली की जमकर सराहना हुई थी। आशीष गोयल तब इलाहाबाद के कमिश्नर थे, जबकि भानु गोस्वामी डीएम और प्राधिकरण के वीसी थे। इन दोनों अधिकारियों ने अर्धकुंभ के आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
आशीष गोयल का प्रशासनिक अनुभव
आशीष गोयल का जन्म 12 फरवरी 1973 को यूपी के बिजनौर में हुआ था। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन किया और 1995 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह यूपी सरकार में कई अहम पदों पर रह चुके हैं, जिनमें ग्रामीण विकास मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव और ग्रामीण विकास विभाग के सचिव शामिल हैं। इसके अलावा, उन्हें यूपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड का चेयरमैन भी बनाया गया था। उनके नेतृत्व में कई विभागों में सुधार हुआ है, खासकर बिजली व्यवस्था में।
भानु गोस्वामी का कार्यक्षेत्र
भानु गोस्वामी 2010 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और 2009 में यूपीएससी की परीक्षा में 33वीं रैंक हासिल की थी। उनका पहला पद आगरा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में था। वह जौनपुर, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ और श्रावस्ती जैसे जिलों में डीएम के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने संस्कृत (ऑनर्स) में ग्रेजुएशन किया है। इस बार महाकुंभ के आयोजन को लेकर यूपी सरकार ने इन अनुभवी अधिकारियों की सेवाओं का लाभ उठाने का फैसला किया है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मेला क्षेत्र में व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सके।