महाकुंभ भगदड़ हादसे के बाद प्रमुख अफसरों की होगी छुट्टी? लगा बड़ा आरोप
Mahakumbh Stampede
India News(इंडिया न्यूज़),Mahakumbh Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से हुई मौतों का मामला मानवाधिकार आयोग पहुंच गया है। इस मामले में मानवाधिकार आयोग में शिकायत की गई है। राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराकर कई मांगें की गई हैं। मेला व्यवस्था से जुड़े मुख्य अधिकारियों को तत्काल हटाने की मांग की गई है। शिकायत में दलील दी गई है कि इन अधिकारियों की लापरवाही के कारण भगदड़ की घटनाएं हुई हैं। ऐसे में ये अधिकारी जांच को प्रभावित करेंगे।
सबूत मिटा देंगे और निष्पक्ष जांच नहीं होने देंगे
मेला क्षेत्र में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित कराए जाएं, ताकि घटनाओं को छिपाने की कोशिश न हो। भगदड़ में लापता हुए लोगों के परिजनों की एफआईआर दर्ज कराई जाए। कानूनी कार्रवाई की मांग दलील दी गई है कि अगर जानकारी नहीं है तो सात साल बाद उन्हें मृत माना जाए। मृतकों और घायलों के साथ ही लापता लोगों के परिजनों को भी उचित मुआवजा दिया जाए। तथ्य छिपाने के आरोपी अफसरों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाए। यह भी पता लगाया जाना चाहिए कि भीड़ के संबंध में कितने पुलिसकर्मी ड्यूटी पर थे और कितने अपने ड्यूटी प्वाइंट पर सक्रिय रूप से काम कर रहे थे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. गजेंद्र सिंह यादव ने शिकायत दर्ज कराई है। यूपी राज्य मानवाधिकार आयोग ने शिकायत दर्ज कराई है। आयोग अगले दो दिनों में इस शिकायत पर सुनवाई कर सकता है। यूपी सरकार पहले ही इस मामले की जांच न्यायिक आयोग को सौंप चुकी है। मामले की सीबीआई जांच और अधिकारियों को हटाने की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक पत्र याचिका भी दायर की गई है। आपको बता दें कि इस हादसे में करीब 40 लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि हो चुकी है।