India News (इंडिया न्यूज), Mauni Amavasya 2025 Guidelines: देशभर में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या त्योहार मनाया जाएगा। चारों तरफ मौनी अमावस्या की धूम देखने को मिल रही है। इस पावन अवसर पर करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए मेला प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की अफवाहों से बचने और सतर्क रहने के लिए भी कहा गया है। इसी के साथ आपात स्थिति में श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए मेला पुलिस, यातायात पुलिस और विशेष चिकित्सकों की टीम 24 घंटे मौके पर तैनात रहने वाली है।
श्रद्धालुओं की मदद के लिए पुलिस 24 घंटे तैनात
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए कहा कि महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान मौनी अमावस्या को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं। खासकर श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है कि वो सतर्क रहें और किसी भी तरह की अफवाह में न फंसें। व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें और किसी भी तरह की परेशानी में पुलिस की मदद लें। श्रद्धालुओं की मदद के लिए पुलिस और प्रशासन 24 घंटे उपलब्ध है।
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मौनी अमावस्या को लेकर दिशा-निर्देश जारी
महाकुंभ में मौनी अमावस्या को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसमें प्रशासन ने संगम घाट पर पहुंचने के लिए अलग-अलग गलियों से गुजरने के लिए कहा है। गंगा स्नान के लिए जाते समय अपनी लेन में ही रहें। आने वाले श्रद्धालु स्नान और दर्शन के बाद सीधे पार्किंग में जाएं। इसके साथ ही मंदिरों में दर्शन के लिए जाते समय अपनी लेन में ही रहें, वहीं से अपने गंतव्य के लिए रवाना हों।
धक्का-मुक्की से बचें
निर्देश में आगे कहा गया है कि महाकुंभ में जरूरत पड़ने पर पुलिस की मदद लें, पुलिस आपकी मदद के लिए मौजूद है। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस भी आपकी मदद के लिए तैयार है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर नजदीकी सेक्टर में बने अस्पताल में जांच कराने की सुविधा भी दी गई है। बैरिकेडिंग और पंटून पुलों पर धैर्य रखें, जल्दबाजी और धक्का-मुक्की से बचें।
महाकुंभ में प्लास्टिक बैन
पुलिस ने अपने निर्देश में कहा है कि महाकुंभ में प्लास्टिक का इस्तेमाल करने की बजाय कागज, जूट या इको फ्रेंडली बर्तन और कुल्हड़ का इस्तेमाल करें। सभी घाट संगम घाट हैं, जिस भी घाट पर पहुंचें, वहीं स्नान करें। श्रद्धालु एक जगह पर एकत्रित न हों। किसी भी स्थिति में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं का आमना-सामना न हो। मेले में किसी के द्वारा फैलाई गई अफवाहों से बचें। सोशल मीडिया पर फैलाई गई किसी भी तरह की भ्रांति पर विश्वास न करें। मंदिरों में दर्शन के लिए किसी तरह की जल्दबाजी न दिखाएं। होल्डिंग एरिया की बजाय सड़क पर न रुकें, किसी तरह की बाधा न डालें। व्यवस्थाओं या सुविधाओं को लेकर किसी के बहकावे में आने से बचें। किसी भी तरह की भ्रामक खबर को फॉरवर्ड करने से बचें। पवित्र स्नान के लिए जल्दबाजी न करें।