India News (इंडिया न्यूज),Mayawati niece dowry harassment: पूर्व सीएम मायावती की भतीजी ने कोतवाली क्षेत्र के बैंक कॉलोनी निवासी अपने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि एक फ्लैट और 50 लाख रुपये अतिरिक्त दहेज की मांग कर विवाहिता को प्रताड़ित किया गया। विवाहिता पर पति के नपुंसक होने के कारण संतान पैदा करने के लिए देवर से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया गया।
देवर और ससुर ने विवाहिता के साथ दुष्कर्म का प्रयास भी किया। कोतवाली और एसपी से शिकायत करने के बाद रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। अब कोर्ट के आदेश पर विवाहिता के पति समेत सात नामजद आरोपियों के खिलाफ शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
दिल्ली के इंद्रपुरी साउथ इलाके की रहने वाली महिला ने पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि वह बसपा सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती के भाई की बेटी है। नौ नवंबर 2023 को उसकी शादी हापुड़ कोतवाली क्षेत्र के बैंक कॉलोनी निवासी विशाल से हुई थी।
उनकी सास पुष्पा देवी वर्तमान में हापुड़ नगर पालिका अध्यक्ष हैं, जबकि ससुर श्रीपाल बसपा नेता हैं। शादी के कुछ समय बाद ही पति विशाल, ससुर श्रीपाल सिंह, सास पुष्पा देवी, देवर भूपेंद्र उर्फ मोनू, ननद निशा, ननद शिवनी और मामा ससुर अखिलेश फ्लैट और 50 लाख रुपये अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे।
आरोपियों ने पीड़िता पर अपनी मौसी बसपा सुप्रीमो मायावती से एक फ्लैट और 50 लाख रुपये लाने का दबाव बनाया। विरोध करने पर आरोपियों ने पीड़िता के साथ मारपीट शुरू कर दी। शादी से पहले ही पति बॉडी बनाने के लिए स्टेरॉयड का इंजेक्शन लगाता था। इससे पति नपुंसक हो गया। जिसके बाद वह पीड़िता से अलग रहने लगा। संतान के लिए ससुराल वालों ने पीड़िता पर देवर के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। 17 फरवरी 2025 की रात देवर भूपेंद्र उर्फ मोनू और ससुर श्रीपाल सिंह ने पीड़िता के साथ बेरहमी से मारपीट की। आरोपियों ने इस दौरान पीड़िता के साथ दुष्कर्म का भी कोशिश की।
किसी तरह वह आरोपियों के चंगुल से भागने में कामयाब हुई। 18 मार्च 2025 को पीड़िता ने अपने घरवालों को सुसराल में हुई आपबीती सुनाई। जिसके बाद परिजन पीड़िता को लेकर थाने पहुंचे, हालाँकि, पुलिस ने केस दर्ज करने से मना कर दिया। उसके बाद 21 मार्च 2025 को पीड़िता ने एसपी के समक्ष शिकायत की।
फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके बाद पीड़िता ने इंसाफ के लिए न्यायालय की शरण ली। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीश प्रताप सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दायर कर ली गई है। मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।