India News (इंडिया न्यूज), Gyanvapi: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। आज हजारों रामभक्त प्रतिदिन भगवान राम के राघव स्वरूप के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। उधर, वाराणसी जिला न्यायालय द्वारा बुधवार को ज्ञानवापी परिसर में व्यास जी के तहखाने में नियमित पूजा की अनुमति दिए जाने के बाद देर रात बैरिकेडिंग के बीच से रास्ता बनाकर व्यास जी के तहखाने को खोल दिया गया।
‘भोले बाबा के बिना अधूरा है राम-राज्य’
देश के अलग-अलग राज्यों से रोजाना राम भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। इस बीच मुंबई से पैदल चलकर अयोध्या पहुंची शबनम शेख ने ज्ञानवापी परिसर में पूजा की इजाजत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भोले बाबा के बिना राम राज्य अधूरा है। हम भी इस खबर पर नजर रख रहे थे और कहीं न कहीं हमें अंदाजा था कि वहां कोई मंदिर है।
शबनम की भगवान राम पर अटूट आस्था
आपको बता दें कि शबनम शेख अपने दोस्त रमन राज शर्मा और विनीत पांडे के साथ अयोध्या यात्रा पर गई थीं। उनका उद्देश्य रामलला के दर्शन करना था। मुस्लिम होने के बावजूद शबनम की भगवान राम में अटूट आस्था है। यही वजह है जिसने शबनम को राम जन्मभूमि जाने के लिए प्रेरित किया है।
शबनम क्यों गई थी अयोध्या?
अयोध्या दौरे के पीछे के मकसद पर शबनम का कहना है कि भगवान राम सबके हैं। उनके लिए सब कुछ बराबर है। भगवान राम की पूजा किसी विशेष धर्म या जाति तक सीमित नहीं है। साथ ही इस धारणा को भी तोड़ना है कि लड़कियां पैदल यात्रा नहीं कर सकतीं।
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