India News (इंडिया न्यूज), UP News: उत्तर प्रदेश के एक अनोखे पहल के तहत 8वीं कक्षा की छात्रा रामकुमारी को एक दिन के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) बनाया गया। जानकारी के मुताबिक, मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत इस कदम ने शिक्षा क्षेत्र में जागरूकता और सुधार की नई मिसाल पेश की। इस पहल को हर तरफ लोग सरहा रहे हैं। बता दें, 8वीं कक्षा की रामकुमारी ने न केवल कार्यालय परिसर का निरीक्षण किया, बल्कि पंजीकाओं और अन्य रिकॉर्ड्स का भी बारीकी से अध्ययन किया।

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सरकारी स्कूलों पर दिए विशेष नर्देश

रामकुमारी ने निरीक्षण के दौरान पाया कि कई रजिस्टरों पर हस्ताक्षर नहीं किए गए थे, जिसके बाद रामकुमारी ने पूरा जायजा लिया। उसने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी और भविष्य में ऐसी लापरवाही न होने का निर्देश दिया। इसके अलावा, स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर भी बातचीत की और इसमें सुधार के लिए कई अहम सुझाव भी दिए। रामकुमारी ने कहा कि स्कूलों में सप्ताह में एक दिन खेल-कूद के लिए अनिवार्य रूप से किया जाए, साथ ही सभी व्यवस्था पर जोर देते हुए यह भी सुनिश्चित किया गया कि मिड-डे मील स्वच्छता के मानकों पर कोई लापरवाही नहीं बख्शी जाएगी न ही कोई बच्चा जमीन पर बैठकर खाना खाएगा। फर्स्ट एड की व्यवस्था को भी अनिवार्य बताया।

शिक्षकों पर भी दिखाई कड़ाई

इसके साथ, शिक्षकों को समय पर कक्षाएं शुरू करने और पढ़ाई के दौरान अनावश्यक मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने की सख्त हिदायत दी गई। रामकुमारी ने स्पष्ट किया कि पठन-पाठन में कोई भी समझौता स्वीकार्य नहीं होगा। ऐसे में, विभाग के अन्य अधिकारियों ने रामकुमारी का स्वागत किया और उन्हें “गुड मॉर्निंग” बुके भी भेंट किया। इस पहल ने यह दिखाया कि बच्चों की राय और नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहित करने से शिक्षा क्षेत्र में बड़ी सफलता भी तय की जा सकती है।

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