India News (इंडिया न्यूज़),No Detention Policy: केंद्र सरकार द्वारा ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ को समाप्त किए जाने के बाद, अब कक्षा 5 और 8 की वार्षिक परीक्षा में असफल छात्रों को फेल किया जाएगा। इसके साथ ही, छात्रों को दोबारा परीक्षा का अवसर मिलेगा, लेकिन यदि वे उसमें भी असफल होते हैं तो उन्हें अगली कक्षा में प्रोन्नति नहीं मिलेगी। हालांकि, किसी भी छात्र को स्कूल से निष्कासित नहीं किया जाएगा।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने दी प्रतिक्रिया
इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि छात्रों के फेल होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे खराब शिक्षण व्यवस्था, सामाजिक स्थिति या आर्थिक हालत। उन्होंने इस पर जोर दिया कि बच्चों को पास होने का मानसिक दबाव नहीं देना चाहिए और इसके लिए हर पहलू पर विचार करना जरूरी है।
सरकार को इस निर्णय को वापस लेना चाहिए
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि सरकार को इस निर्णय को वापस लेना चाहिए। उनका मानना है कि जिन बच्चों को परीक्षा में असफलता मिल रही है, उनके लिए अतिरिक्त शिक्षण और विशेष प्रयास किए जाने चाहिए, न कि उन्हें फेल कर दिया जाए। उन्होंने सरकार से यह अपील की कि बच्चों के लिए फैसले लेने में एक बड़ा दृष्टिकोण अपनाया जाए। इस फैसले से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय कुमार ने भी जानकारी दी थी, जिसमें बताया गया कि आठवीं कक्षा तक के छात्रों को निष्कासित नहीं किया जाएगा और उन्हें दोबारा परीक्षा का अवसर मिलेगा।