India News (इंडिया न्यूज)OM Prakash Rajbhar: उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के मदरसा आधुनिकीकरण के विरोध पर प्रतिक्रिया दी है। मौलाना अरशद मदनी को लेकर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि लोग अच्छे कामों का विरोध करते हैं लेकिन जब अच्छाई का पता चलता है तो पीछे हट जाते हैं।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मदरसों को शिक्षा के लिए 1000 करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं। यह मुसलमानों की बेहतरी के लिए दिया जा रहा है। उनके बच्चे पढ़ रहे हैं, लेकिन वे क्या कर रहे हैं। आज जो लोग बोल रहे हैं, वे क्या कर रहे हैं। सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है, अगर वे पढ़ेंगे नहीं तो आगे कैसे बढ़ेंगे। वे अपना विरोध करते रहें, सरकार अपना काम करती रहेगी। जैसे यूपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड है, वैसे ही मदरसा बोर्ड के नियम भी लागू होंगे।
ओपी राजभर ने कहा कि जब मदरसे की हकीकत सामने आ रही है, तो वे लोग संघर्ष कर रहे हैं। राजभर ने कहा कि इस मदरसे का प्रबंधन अगर चार लड़कियां हैं, तो वे किसी को नियुक्त कर देते हैं और फिर उनसे शादी कर लेते हैं, क्या ऐसे ही मुसलमान सुधर जाएंगे?
ओपी राजभर ने कहा कि आज मदरसे में 22 गुट हैं। कहीं कुछ नहीं होने वाला है। सरकार निष्पक्ष संविधान के दायरे में काम कर रही है। सरकार सभी जाति और धर्म के लोगों को बेहतर शिक्षा देने की दिशा में काम कर रही है। सरकार एक इंच भी पीछे हटने वाली नहीं है। मंत्री राजभर ने कहा कि क्या यूपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड में कोई प्रतिबंध है कि अरबी और फारसी नहीं पढ़नी है। कहीं कोई प्रतिबंध है क्या? वह भ्रमित हैं।
इधर, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मदरसा शिक्षा व्यवस्था में बेहतर शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रही है। आधुनिक शिक्षा के तहत हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान जैसे विषयों को अनिवार्य बनाया जाएगा। पहले ये वैकल्पिक थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसा शिक्षा में सुधार और सुचारू संचालन के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।