India News (इंडिया न्यूज), Republic Day 2026: 76वें गणतंत्र दिवस पर सरकार की ओर से ‘पद्म सम्मान’ की सूची जारी की गई थी। बता दें कि गणतंत्र दिवस से पहले विज्ञान, खेल, कला, साहित्य समेत अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली हस्तियों को ‘पद्म सम्मान’ देने की घोषणा की जाती है। काशी के धर्म शास्त्रों के विशेषज्ञ और विद्वान पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ भी इस साल पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ वाराणसी के रामघाट में श्री वल्लभराम शालिग्राम सांगवेद विद्यालय चलाते हैं। पद्म पुरस्कार की घोषणा के बाद विद्यालय परिवार में खुशी का माहौल है।
PM मोदी के प्रस्तावक पर
इससे पहले 76वें गणतंत्र दिवस से ठीक पहले 25 जनवरी को काशी के पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ को पद्म श्री पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। गणेश शास्त्री ने 2021 में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन और 2024 में श्री राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त तय किया था। उनके द्वारा तय किया गया राम मंदिर पूजन का शुभ मुहूर्त पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना था। इसके अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावक भी थे। पंडित गणेश शास्त्री वाराणसी के रामघाट पर रहते हैं। इस आधुनिक युग में वो बड़ी सादगी, त्याग और संयम के साथ अपना जीवन जीते हैं।
स्कूल में उत्सव का माहौल
आपको बता दें कि धार्मिक क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता और ज्ञान को लेकर लोगों में होड़ मची हुई है, वहीं गणेश शास्त्री इन सब से दूर रहकर भारतीय सनातन संस्कृति के प्रति समर्पण के साथ अपनी अगली पीढ़ी को वेद, शास्त्र, पुराण और संस्कृत का ज्ञान लगातार दे रहे हैं। काशी के पंडित गणेश शास्त्री द्रविड़ को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने की घोषणा के बाद उनके शिष्यों से बात की। उनका कहा कि गुरुजी अभी अस्वस्थ हैं, लेकिन उन्होंने संदेश भेजा है कि इस सम्मान के लिए वे हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। इसके अलावा हम सभी शिष्यों और श्री वल्लभराम शालिग्राम सांगवेद विद्यालय परिवार में हर्ष का माहौल है। हम भारत की समृद्धि और निरंतर प्रगति की कामना करते हैं।