India News (इंडिया न्यूज), Moradabad Neja Mela 2025: उत्तर प्रदेश के संभल में नेजा मेले में लगी रोक के बाद अब यह मामला मुरादाबाद भी पहुंच गया है। मुरादाबाद के बिलारी तहसील क्षेत्र के थांबला गांव में लगने वाले नेजा मेले का विरोध शुरू होने लगा है। बता दें कि हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने बिलारी तहसील पहुंचकर उपजिलाधिकारी (SDM) विनय कुमार को एक ज्ञापन भी सौंपा हैं, जिसमें उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि थांबला गांव में आयोजित होने वाले नेजा मेले को रोका जाए।

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जानें, क्या है विरोध का कारण

हिंदू संगठनों की मांग है कि यह मेला सय्यद सालार मसूद गाजी की याद में लगाया जाता है, जो महमूद गजनवी का सेनापति था और जिसने सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण कर लूटपाट और कत्लेआम किया था। संभल में इसी आधार पर मेले को बंद किया गया था, इसलिए मुरादाबाद में भी इसे अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। सय्यद सालार मसूद गाजी ने भारत पर कई बार आक्रमण किया, सोमनाथ मंदिर को लूटा और पृथ्वीराज चौहान को 16 बार हराकर बंदी बनाया। ऐसे व्यक्ति की याद में किसी मेले का आयोजन नहीं होना चाहिए। इसी के साथ हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने यह भी दावा करते हुए कहा कि कई मुस्लिम समुदाय के लोग, जो अब तक इतिहास से अनजान थे, वे भी इस मेले के आयोजन का समर्थन नहीं कर रहे हैं।

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जानें, क्या है प्रशासन का फैसला

आपको बता दें कि उपजिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि इस मेले के लिए किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं मांगी गई है। संगठन इस मुद्दे पर पूरी तरह से सतर्क हैं और वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मेला आयोजित न हो। जानकारी के मुताबिक, संभल की तरह मुरादाबाद के बिलारी तहसील क्षेत्र के थांबला गांव में सय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह है, जहां हर साल नेजा मेले का आयोजन किया जाता है, लेकिन अब हिंदू संगठनों के विरोध के बाद प्रशासन पर इसे रोकने लगाने के लिए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।