पाकिस्तान से जुड़ा है संभल हिंसा का कांड? गिरफ्तार आरोपी ने बताए हैरान कर देने वाले राज
Sambhal Violence
India News (इंडिया न्यूज़),Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई जारी है। पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने संभल हिंसा में मारे गए लोगों के बारे में एक पाकिस्तानी मौलाना से वीडियो कॉल पर बात की थी। पुलिस आरोपी युवक के पाकिस्तानी कनेक्शन की जांच कर रही है। आरोपी युवक गांव मिर्जापुर नसरुल्लाहपुर का रहने वाला है। 24 नवंबर 2024 को संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी।
पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी नजर रख रही
इस हिंसा में चार लोगों की गोली लगने से मौत हो गई थी, जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। संभल में हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई जारी है, साथ ही पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी नजर रख रही है। इसी बीच 15 जनवरी को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इस वायरल वीडियो में मोहम्मद अकील नाम का युवक पाकिस्तानी मौलाना मोहम्मद अली मिर्जा से ग्रुप वीडियो कॉल के जरिए बात करता नजर आया।
वीडियो में युवक दिख रहा बात करते हुए
इस वीडियो में युवक पाकिस्तानी मौलाना से बात कर जानकारी ले रहा था कि संभल हिंसा के दौरान मारे गए लोगों को शहीद कहा जाए या नहीं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। संभल पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी युवक मोहम्मद आकिल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने उगला राज जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो में आकिल इंजीनियर मोहम्मद अली मिर्जा नाम के मौलाना से बात कर रहा था।
गिरफ्तारी के बाद आकिल ने पुलिस को बताया कि पाकिस्तान का बिलाल शाहिद और वाहिद नाम से चैनल चलाता है। उसके लिंक शेयर किए जाते हैं। मौलानाओं से ऑनलाइन बात कराई जाती है। पुलिस आरोपी के पाकिस्तान और अन्य स्थानीय लोगों से संपर्क की जांच कर रही है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा में भी आकिल शामिल पाया गया है।
उस पर एनएसए भी लगाया जाएगा। पाकिस्तानी मौलाना के संपर्क में रहे अन्य युवकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जांच में इस बात की पुष्टि हो गई है कि वीडियो में दिख रहा मौलाना पाकिस्तानी है। आकिल के मोबाइल से संदिग्ध चैट भी मिली है। एएसपी श्रीशचंद्र के मुताबिक अफिरत का परिवार बरेलवी फिरके को मानता है। जबकि, अकील खुद को इससे अलग मानता है।