India News (इंडिया न्यूज़), Swami Prasad Maurya: लोकसभा चुनाव आने वाला है ऐसे में कौन नेता किस पार्टी का रुख कर ले ये फिक्स नहीं है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की रातनीति में सपा  जिनका नाम स्वामी प्रसाद मौर्य है। स्वामी प्रसाद मौर्य पहले बीजेपी में थे, बाद में वो समाजवादी पार्टी के साथ चले गए। सपा में जाने के स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहे। जिसके बाद सपा ने उनको उनके पद से निष्कासित कर दिया। बता दे, उनकी बेटी अभी भी बीजेपी में है। 8 साल पहले भी मौर्य ने एक पार्टी बनाई थी। आज फिर वो दूबरा इतिहास को दोहरा रहे है।

नई पार्टी के गठन को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने बताया कि 22 फरवरी को दिल्ली में कार्यकर्ताओं का समागम होगा और उसी दिन फैसला सुनाया जाएगा  उन्होंने कहा, “जब संगठन में ही भेदभाव है, एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है… जब पद में ही भेदभाव है और मैं भेदभाव के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता हूं तो ऐसे पद पर रहने का औचित्य क्या है? इसलिए सारे विवरण का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष को 13 तारीख को इस्तीफे का पत्र भेजा था, उन्होंने बात करना मुनासिब नहीं समझा इसलिए मैं कदम आगे बढ़ा रहा हूं। अब कार्यकर्ता तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है…”

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आगे की रणनीति क्या होगी

समाजवादी पार्टी से नाराज चल रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। भले ही उनकी पार्टी का नाम कोई पार्टी नहीं है लेकिन इस पार्टी के झंडे की तस्वीर भी सामने आ गई है। जिसे तीन रंगों को मिलाकर बनाया गया है। खबरों के मुताबिक, मौर्य 22 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं। इसके बाद उनकी आगे की रणनीति का खुलासा हो सकता है।

कई नेता समर्थन में शामिल

स्वामी प्रसाद मौर्य की नई पार्टी के ऐलान के बाद सपा में फूट पड़ सकती है। मौर्य के समर्थन में कई नेता शामिल हो सकते हैं। हाल ही में इस्तीफा देने वाले कमलाकांत गौतम और सलीम शेरवानी जैसे नामों पर भी चर्चा हो रही है। इसके अलावा अपना दल कमेरावादी नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल भी उनका समर्थन कर सकती हैं। पल्लवी पटेल ने अखिलेश यादव पर पीडीए को धोखा देने का भी आरोप लगाया था।

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