Suicide Note Of Mahant Narendra Giri Is Fake : Mahant Ravindrapuri
अभी भी श्रद्धालु नहीं मान रहे कि महंत ने किया था सुसाइड
इंडिया न्यूज, देहरादून:
सोमवार देर शाम महंत नरेंद्र गिरि का शव मठ में स्थित उनके कमरे के पंखे से लटका मिला था। उनके कमरे से पुलिस को छह पेज का एक सुसाइड नोट भी मिला था। जो नरेंद्र गिरि द्वारा लिखा बताया गया था। हालांकि उनके श्रद्धालुओं ने सुसाइड नोट को फर्जी बताते हुए महंत के सुसाइड करने पर सवाल उठाए थे। उनका कहना है कि महंत की हत्या हुई है। हालांकि बुधवार को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में महंत की मौत दम गुटने से हुई बताई जा रही है। अब श्री निरंजनी अखाड़ा के सचिव एवं मनसा देवी ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने उनके सुसाइड नोट और आत्महत्या के मामले को सिरे से नकार दिया है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि कथित सुसाइड नोट फर्जी है। बड़ी साजिश के तहत पूरी कहानी बनाई गई है।
अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी के बयान से मठ की गद्दी को लेकर नया मोड़ आ गया है। ब्रह्मलीन नरेंद्र गिरि के कथित सुुसाइड नोट में गद्दी का उत्तराधिकारी महंत बलबीर पुरी को घोषित किया है। वहीं रविंद्रपुरी ने 24 सितंबर को प्रयागराज बाघंबरी में अखाड़े के संत-महंतों की आपात बैठक बुला ली है। संत-महंतों के सामूहिक निर्णय से ही गद्दी सौंपने का फैसला होगा।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि घटना स्थल पर साक्ष्यों से छेड़छाड़ हुई है। पुलिस को सूचना दिए बगैर कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। फंदे से नरेंद्र गिरि का शव उतारा गया। घटना के वक्त वहां लगे सीसीटीवी कैमरे बंद थे। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने बताया कि 24 सितंबर को बाघंबरी में अखाड़े के संत-महंतों की आपात बैठक होगी। इसमें ही गद्दी किसे सौंपी जाएगी, इसका फैसला होगा।
श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की आकस्मिक मौत के बाद बाघंबरी मठ में चूल्हा बंद है। मठ में रहने वाले संत और सेवकों के लिए खाना आनंद अखाड़ा से बनाकर भेजा जा रहा है। 24 सितंबर को मठ में भोजन बनना शुरू होगा। इसके बाद ही गद्दी के पीठाधीश्वर की ताजपोशी होगी। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने बताया कि अखाड़े के नए श्रीमहंत की ताजपोशी को लेकर भी जल्द ही फैसला लिया जाएगा।