(दिल्ली) : एटीएस-एनआईए कोर्ट ने गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले आतंकी अहमद मुर्तजा अब्बासी को फाँसी की सजा सुनाई है। बता दें,‘अल्लाह-हू-अकबर’ चिल्लाते हुए अहमद मुर्तजा अब्बासी ने 4 अप्रैल 2022 को मंदिर में घुसने की कोशिश की थी। आतंकी मुर्तजा ने सुरक्षा में तैनात PAC जवानों पर धारदार हथियार से हमला भी किया था। मालूम हो, हमले के बाद विक्षिप्त बताकर मुर्तजा को बचाने के प्रयास भी हुए थे, जिसे डॉक्टरों ने खारिज कर दिया था।

मानसिक बीमारी की दुहाई ,काम ना आई

जानकारी के मुताबिक, मुर्तजा अब्बासी केस की सुनवाई गोरखपुर के NIA/ATS कोर्ट में हुई। बता दें, मुर्तजा पर देश के खिलाफ जंग छेड़ने की धारा (UAPA) और पुलिस वालों पर जानलेवा हमले की धारा 307 IPC के तहत केस दर्ज हुआ था। सुनवाई के दौरान न्यायाधीश विवेकानंद ने ATS द्वारा पेश किए गए दावों को सजा के लिए पर्याप्त माना। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोर्ट ने अहमद मुर्तजा को जो वकील उपलब्ध करवाया था मुर्तजा ने उनके साथ भी सहयोग नहीं किया। सुनवाई के दौरान मुर्तजा बार-बार मानसिक बीमारी की दुहाई भी देता रहा।

हालाँकि, मुर्तजा अपनी मानसिक बीमारी को साबित करने का कोई प्रमाण कोर्ट में पेश नहीं कर पाया। बता दें, ATS ने कोर्ट में मुर्तजा के हमले को लोन वुल्फ अटैक बताया था। ऐसे हमलों में कोई व्यक्ति अपने टारगेट पर अकेले ही घात लगा कर हमला करता है। ATS की जाँच में यह बात भी निकल कर आई कि मुर्तजा भारत को इस्लामिक मुल्क बनाने के साथ अन्य धर्म के लोगों को अधिक से अधिक नुकसान पहुँचाने की फ़िराक में था।

गोरखनाथ मंदिर पर मुर्तजा का अटैक

बता दें, अहमद मुर्तजा अब्बासी ने 4 अप्रैल 2022 को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में अकेले ही धारदार हथियार से हमला किया था। मुर्तजा के हमले को रोकने का प्रयास कर रहे PAC के 2 जवानों को गंभीर चोटें आईं थीं। मुर्तजा ने हमले के दरम्यान PAC जवानों के हथियार भी छीनने की कोशिश की थी। मुर्तजा बड़े हमले को अंजाम दे पाता उससे पहले मौके पर ही दबोच लिया गया था।

पुलिस ने मुर्तजा की करतूत को आतंकी हमला बताया था और मामले की जाँच आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) को सौंप दी गई थी। पुलिस ने अपनी जाँच में मुर्तजा को ISIS की विचारधारा से प्रेरित पाया था। पुलिस की जांच में ये भी खुलासा हुआ था कि मुर्तजा कट्टरपंथी ज़ाकिर नाइक के वीडियो देखा करता था,उससे प्रेरित होकर उसने गोरखनाथ मंदिर पर हमला किया था। वहीं,मानसिक बीमारी का बहाना बता कर मुर्तजा के परिजनों ने उसकी आतंकी हरकत पर पर्दा डालने की काफी हद तक कोशिश की थी।