India News(इंडिया न्यूज),Maha Kumbh 2025: बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी महामंडलेश्वर बन गई हैं। कुंभनगरी में किन्नर अखाड़े ने उन्हें दीक्षा देकर महामंडलेश्वर बनाया है। जिसके बाद अब उनका नाम श्री यमाई ममतानंद गिरि हो गया है। लेकिन अब उनके महामंडलेश्वर बनने पर सवाल उठ रहे हैं। किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने इस पर आपत्ति जताते हुए पूछा है कि किन्नर अखाड़े ने एक महिला को महामंडलेश्वर क्यों बनाया है?
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एक स्त्री को कैसे किन्नर अखाड़े ने…
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने ममता कुलकर्णी की दीक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर किन्नर अखाड़ा किन्नरों के लिए है तो फिर एक महिला को महामंडलेश्वर क्यों बनाया गया? अगर इस तरह से हर वर्ग को महामंडलेश्वर बनाना है तो फिर अखाड़े का नाम किन्नर क्यों रखा गया है।
ममता कुलकर्णी बनीं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर
दरअसल, बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने सालों से फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बनाए रखी है। इस बीच उनका झुकाव आध्यात्म की ओर हुआ। जिसके बाद शुक्रवार को ममता कुलकर्णी महाकुंभ पहुंचीं और उन्होंने सांसारिक मोह-माया त्यागकर किन्नर अखाड़े से संन्यास की दीक्षा ले ली। इससे पहले उन्होंने पूरे विधि-विधान से अपने लिए पिंडदान किया।
संगम तट पर करीब दो घंटे तक उनके संन्यास की दीक्षा प्रक्रिया चली। इस दौरान वहां कई बड़े संत और महामंडलेश्वर भी मौजूद रहे। शाम को किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुआई में उनका पट्टाभिषेक हुआ। जिसके बाद उनका नाम बदलकर श्रीमाई ममता नंद गिरि रख दिया गया। ममता कुलकर्णी ने कहा कि मेरे लिए इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है कि मेरा पट्टाभिषेक अर्धनारेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने किया।
ममता कुलकर्णी ने कहा?
ममता कुलकर्णी ने कहा कि महामंडलेश्वर बनने के लिए उन्होंने बहुत तपस्या की है। पिछले 23 सालों से वह फिल्मों से दूर हैं और धार्मिक यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि अब वह कभी बॉलीवुड में वापसी नहीं करेंगी और धर्म के रास्ते पर आगे बढ़ेंगी।