India News (इंडिया न्यूज), Toll Plaza Scam: उत्तर प्रदेश समेत देशभर में करीब 200 टोल प्लाजा पर घोटाला हुआ है। अकेले यूपी में करीब 100 टोल प्लाजा पर घोटाले का खुलासा हुआ है। यह जानकारी अतरैला टोल प्लाजा पर सांठगांठ के खुलासे के बाद सामने आई है। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स की मानें तो यूपी के सभी टोल प्लाजा पर सॉफ्टवेयर के जरिए घोटाला किया गया है। इसके बाद अब जांच के आदेश दिए गए हैं।

इस घोटाले से सरकार को 750 करोड़ का नुकसान

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले पांच सालों में इस घोटाले की वजह से सरकार को 750 करोड़ का नुकसान हुआ है। रिपोर्ट्स का दावा है कि एनएचएआई के कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर बदलकर वसूली की गई है। यूपी में 100 टोल प्लाजा पर 5 साल में रोजाना 40 से 50 हजार रुपये का घोटाला हुआ है। अब एनएचएआई ने जांच कर 3 दिन में रिपोर्ट मांगी है।

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छापेमारी में इस घोटाले का  हुआ पर्दाफाश

रिपोर्ट्स के मुताबिक एनएचएआई के कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर बदलकर टोल वसूली का बड़ा खेल चल रहा था। लेकिन यूपीएसटीएफ की छापेमारी में इस घोटाले का पर्दाफाश हो गया है। इसके बाद अब एनएचएआई ने कार्रवाई शुरू कर दी है। एनएचएआई की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए यह बात सामने आई है कि फर्जी सॉफ्टवेयर बनाकर टोल वसूली की जा रही है।

जांच के आदेश जारी

एनएचएआई ने पत्र में लिखा है कि यह बर्दाश्त करने लायक नहीं है। इस संबंध में गंभीर शिकायतें मिली हैं। ऐसी शिकायतों को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की गई है और जांच के आदेश दिए गए हैं। इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो। अब अनुबंध समझौते को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।

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तीन लोग हुए गिरफ्तार

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि एसटीएफ ने इस घोटाले में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बताया है कि अतरौली, लालगंज, मिर्जापुर में सॉफ्टवेयर के जरिए औसतन हर साल करीब 40 से 50 हजार रुपये का टोल टैक्स घोटाला हो रहा है।