India News UP (इंडिया न्यूज़), UP ByElections 2024:    उत्तर प्रदेश में जल्द ही उपचुनाव होने वाले है। ऐसे में यहां की राजनीति में उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। जहां इसी कड़ी में उपचुनाव से पहले जाति की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। दरअसल आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने दलित वोट को लामबंद करने के लिए सक्रियता बढ़ा दी है। पार्टी के अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर विभिन्न सरकारी पदों पर दलित अधिकारियों की तैनाती का हिसाब मांगा है।

चंद्रशेखर ने पत्र में लिखी ये बात

चंद्रशेखर ने पत्र में प्रदेश में अनुसूचित जातियों और जनजातियों की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी का लगभग 22 फीसदी हिस्सा इन समुदायों का है, लेकिन जाति आधारित उत्पीड़न और शोषण की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि पीड़ितों को पुलिस थाने में उचित सहायता नहीं मिलती, और अक्सर उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जाता है।

चंद्रशेखर ने उठाया सवाल

उन्होंने अपनी मांग में स्पष्ट किया कि प्रशासनिक और पुलिस सेवाओं में वंचित वर्ग के अधिकारियों का प्रतिनिधित्व कम है, जिससे सामाजिक न्याय की अवधारणा को धक्का लग रहा है। चंद्रशेखर ने सवाल उठाया कि विभिन्न स्तरों पर कितने दलित अधिकारी तैनात हैं, जैसे जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, और अन्य महत्वपूर्ण पदों पर।

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इन मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान दे- चंद्रशेखर

इस पत्र के माध्यम से चंद्रशेखर आजाद ने सरकार से अपेक्षा की है कि वह इन मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान दे और जाति के आधार पर भेदभाव को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाए। यह न केवल राजनीतिक, बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल हो सकती है।

उत्तर प्रदेश में कब से शुरू हो रहे उपचुनाव

चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर 2024 को घोषणा की कि उत्तर प्रदेश विधानसभा की 10 में से 9 रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे। ऐसे में सभी की नजरे होने वाले उपचुनावों पर है।

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