India News (इंडिया न्यूज), UP Child Service Scheme: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना अनाथ और जरूरतमंद बच्चों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। 2021 में शुरू की गई इस योजना के तहत उन बच्चों और किशोरों को सहायता मिल रही है, जिन्होंने कोरोना के अलावा अन्य कारणों से अपने माता-पिता, अभिभावक या संरक्षक में से किसी एक को हमेशा के लिए खो दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह योजना न केवल अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि बच्चों और युवाओं के समग्र विकास के लिए भी प्रतिबद्ध है।
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18 से कम के बच्चों को मिलेगा लाभ
सरकार की इस योजना के तहत 18 साल से कम आयु के बच्चों को हर महीने 2,500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह सहायता उन बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है, जिन्होंने अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद आजीविका के लिए संघर्ष करना पड़ता है। इन बच्चों की आर्थिक और शैक्षिक जरूरतों को समझते हुए योगी सरकार ने इस योजना को लागू किया है, जिससे अब लाखों बच्चों को मदद मिल रही है। इस योजना का लाभ 18 साल से कम उम्र के बच्चों तक ही सीमित नहीं है।
बता दें कि 18 से 23 साल के ऐसे किशोर और युवा जिन्होंने 12वीं की परीक्षा पास कर ली है और जो किसी सरकारी डिग्री कॉलेज, विश्वविद्यालय या तकनीकी संस्थानों से स्नातक की डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें भी इस योजना के तहत सहायता दी जाती है। सरकार की यह योजना न केवल युवाओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि उनके भविष्य के निर्माण में भी सहायक साबित हो रही है। NEET, JEE और CLAT जैसी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाएं उत्तीर्ण करने वाले मेधावी छात्रों को भी इस योजना के तहत विशेष सहायता प्रदान की जा रही है। इन छात्रों को 23 साल की आयु पूरी करने या किसी मान्यता प्राप्त तकनीकी संस्थान से स्नातक की शिक्षा या डिप्लोमा प्राप्त करने तक, जो भी पहले हो, योजना का लाभ दिया जाएगा।
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सरकार की योजना ने बदली युवाओं की जिंदगी
आपको बता दें कि योगी सरकार की इस योजना ने अब तक हजारों बच्चों और युवाओं की जिंदगी को सुधारने का काम किया है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित इस योजना में वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 29,029 बच्चों को चिन्हित कर इस योजना के तहत लाभान्वित किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जमीनी स्तर पर यह योजना कितनी कारगर और सफल रही है। इस योजना ने अनाथ बच्चों और युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाई है।