India News UP(इंडिया न्यूज़),UP News: सहारनपुर मंडल हमेशा से ही संदिग्ध गतिविधियों के कारण चर्चा में रहा है। इस क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों के तार देवबंद से जुड़ने की खबरें आती रही हैं, जिससे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की गतिविधियाँ यहां बढ़ गई हैं। समय-समय पर एनआईए और एटीएस ने छापेमारी कर संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इनमें से कई मामलों में मदरसों का नाम भी सामने आता रहा है, जिससे स्थानीय शिक्षा संस्थानों पर सवाल उठे हैं।
पहले भी हो चुकी है गतिविधियों की जांच
हाल ही में एटीएस की नज़र अब सहारनपुर, शामली, और मुजफ्फरनगर जिलों में स्थित 473 मकतबों पर पड़ी है। इन मकतबों की संपत्ति, पंजीकरण और फंडिंग के साथ-साथ अन्य आठ बिंदुओं पर गहन जांच शुरू हो चुकी है। कुछ मस्जिदों में भी इन मकतबों का संचालन होता है, जो एटीएस की विशेष निगरानी में हैं। मकतबों की जांच का यह मामला सहारनपुर मंडल के लिए नया नहीं है, क्योंकि इससे पहले भी कई बार इस तरह की गतिविधियों की जांच हो चुकी है।
कई नागरिकों की हो चुकी है गिरफ्तारी
देवबंद का नाम विशेष रूप से संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ता रहा है। एटीएस और एनआईए ने कई बार इस क्षेत्र से संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, सहारनपुर से बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है, जिन पर गैर-कानूनी तरीके से देश में प्रवेश करने का आरोप है।
हाल ही में मदरसों पर हुई जांच के बाद अब एटीएस ने मकतबों की तरफ अपना ध्यान केंद्रित किया है। एटीएस द्वारा सहारनपुर मंडल के 473 मकतबों की संपत्ति, पंजीकरण, फंडिंग और अन्य पहलुओं पर विस्तृत जांच की जा रही है।