India News(इंडिया न्यूज़),UP News: उत्तर प्रदेश में कुछ इलाकों में आदमखोर जानवरों का कहर अभी भी जारी है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी भय का सामना करना पड़ रहा है। हाल के उदाहरणों में, लखीमपुर खीरी में आदमखोर बाघ द्वारा 7 लोगों की जान लेने के बाद भी ऐसे मामलों में कोई कमी नहीं आई है। इस प्रकार के हमलों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोग खेतों और खलिहानों में जाने से डर रहे हैं और बच्चों को बाहर भेजने से भी कतराने लगे हैं।

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आदमखोर बाघ आया पकड़ में

लखीमपुर खीरी के महेशपुर वन रेंज इलाके में लंबे समय से आदमखोर बाघ को पकड़ने की कवायद आखिरकार सफल हो गई। इस बाघ ने पिछले कुछ महीनों में 7 लोगों की जान ले ली थी, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल था। लोग खेतों और खलिहानों में जाने से डर रहे थे। स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने कई महीनों तक इस बाघ को पकड़ने के लिए अभियान चलाया था, और अब वह बाघ आखिरकार पिंजड़े में कैद हो गया है।

ग्रामीणों ने राहत की सांस ली

बाघ के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि अब वे सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह घटना इलाके के लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। इन घटनाओं के कारण वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को सक्रिय रूप से काम करना पड़ रहा है। कई बार वन विभाग की टीमों द्वारा आदमखोर जानवरों को पकड़ने के लिए पिंजड़े लगाए जाते हैं या उन्हें जंगल से दूर किया जाता है, लेकिन इन जानवरों का मानवीय बस्तियों में घुस आना और हमले करना बड़ा संकट बना हुआ है। इस स्थिति में लोगों को जागरूक किया जा रहा है, और सरकार द्वारा सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की कोशिश की जा रही है।