India News (इंडिया न्यूज),UP News: वाराणसी के आईआईटी बीएचयू की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के तीनों आरोपियों की टेस्ट आईटेंटिफिकेशन आफ परेड (टीआईपी) की होगी। गवाह की विश्वसनीयता स्थापित करने के लिए इस तंत्र का उपयोग ज्यादातर उन मामलों में किया जाता है, जहां गवाह ने अपराध जगह को छोड़कर आरोपी को कभी नहीं देखा है।
जिला जेल में शिनाख्त परेड
आईआईटी बीएचयू की छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म के तीनों आरोपियों को कठोर से कठोर सजा दिलाने की कमिश्नरेट पुलिस ने तैयारी कर ली है। आरोपियों की जिला जेल में शिनाख्त परेड होगी। वही मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता पहचान करेगी। पुलिस ने टेस्ट आईटेंटिफिकेशन आफ परेड (टीआईपी) की तैयारी शुरू कर दी है।
मजिस्ट्रेट के सामने आरोपियों की शिनाख्त
पुलिस के अनुसार गवाह की विश्वसनीयता स्थापित करने के लिए इस तंत्र का प्रयोग ज्यादातर उन मामलों में किया जाता है, जहां गवाह ने अपराध जगह को छोड़कर आरोपी को कभी नहीं देखा है। इस प्रक्रिया के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त होंगे और जेल में ही पीड़िता मजिस्ट्रेट के सामने आरोपियों की शिनाख्त करेगी।
जिला जेल चौकाघाट में बंद
बीते साल एक नवंबर की रात आईआईटी बीएचयू में करमनवीर बाबा मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर छात्रा के साथ बाइक सवार तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। जबकि इस घटना से आईआईटी बीएचयू में जबरदस्त उबाल था। दो महीने बाद पुलिस ने 31 दिसंबर को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। सभी जिला जेल चौकाघाट में बंद हैं।
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