India News (इंडिया न्युज),अनुराग कुमार सिंह गोंडा/उत्तर प्रदेश : गोंडा में एक जवान होमगार्ड ने फांसी लगाकर जान दे दी है। अपने अफसरों के उत्पीड़न से परेशान हो कर होमगार्ड ने अपनी जिंदगी समाप्त कर ली। यह मामला जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के लल्लन पुरवा गांव के रहने वाले अखिलेश तिवारी जो होमगार्ड के पद पर कार्यरत थे और पीआरबी 112 में उनकी ड्यूटी चल रही थी। इसी दौरान अखिलेश तिवारी कैंसर से पीड़ित हो गए और जिंदगी मौत से जूझ रहे थे। काफी इलाज के बाद कैंसर से तो निजात मिल गया लेकिन ड्यूटी को लेकर लगातार उनको परेशान किया जा रहा था।
गांव के बाहर बगीचे में फांसी लगाकर दी जान
अखिलेश तिवारी ने प्रार्थना पत्र देकर उनको कैंसर से पीड़ित होने के चलते सहूलियत और नियम संगत ड्यूटी करने का निवेदन किया था। लेकिन अफसरों ने उनकी इस पीड़ा को नजरअंदाज कर दिया। अफसरों के उत्पीड़न से परेशान होकर होमगार्ड जवान ने गांव के बाहर आम के बगीचे में फांसी लगाकर जान दे दी।
अखिलेश तिवारी ने मौत से पहले एक सुसाइड नोट लिखा और उसको घटनास्थल पर छोड़ दिया था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे परिजनों को सुसाइड नोट मिला और अधिकारियों द्वारा लगातार उत्पीड़न की बात उसमें उजागर हुई।
सुसाइड नोट में लिखा
अखिलेश तिवारी ने सुसाइड नोट में लिखा है की, उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा था। डीएम के नाम से लिखे पत्र में जवान ने अफसरों द्वारा उत्पीड़न का जिक्र किया है। वो लगातार सहूलियत वाली ड्यूटी की बात कर रहे थे लेकिन उनकी एक न सुनी गई। नोट में लिखा है की अखिलेश ने परेशान होकर सुसाइड किया है।
अखिलेश तिवारी के परिजन अब सुसाइड नोट के आधार पर जिम्मेदार लोगों के उपर कार्यवाही की बात कर रहे हैं परिवार अब न्याय की गुहार लगा रहा हैं।
पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने बताया
अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने बताया है की होमगार्ड जवान ने सुसाइड किया है। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस घटना और सुसाइड नोट की जांच कर रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से आगे की कार्यवाही की जाएगी।