India News (इंडिया न्यूज)UP Politics: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। भगवान श्री राम को काल्पनिक बताने वाले राहुल गांधी के बयान को लेकर बीजेपी ने उन पर हमला बोला है। अमेरिका दौरे के दौरान ब्राउन यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा था कि सभी पौराणिक पात्र हैं। भगवान राम एक ही तरह के थे, वे क्षमाशील थे और दयालु थे। अब योगी सरकार की मंत्री बेबी रानी मौर्य ने राहुल गांधी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा, ‘अगर राहुल गांधी ने कभी रामायण पढ़ी हो, अगर राहुल गांधी की मां ने रामायण पढ़ी हो, तभी वह स्वीकार करेंगे कि भगवान राम क्या थे। उन्होंने गरीबों और भीलों के लिए क्या किया, जिन्होंने सबको एक किया, ऐसे थे भगवान श्री राम, उन्हें रामायण को गंभीरता से पढ़ना चाहिए।’
सपा द्वारा भाजपा को दलित विरोधी बताए जाने के नैरेटिव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सपा के कहने पर भाजपा को दलित विरोधी नहीं ठहराया जा सकता। अगर भाजपा दलित विरोधी होती तो बहुत पहले ही दलित की बेटी मायावती को प्रदेश का मुख्यमंत्री बना देती और मैं भी दलित समाज से आती हूं, मुझे भी उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया।
बेबी रानी मौर्य ने कहा कि आज मैं कैबिनेट मंत्री के तौर पर आपके सामने बैठी हूं। देश के सर्वोच्च पद पर बैठी महिला भी दलित है, जिन्हें भाजपा के सहयोग से देश का राष्ट्रपति भी बनाया गया है। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के कामकाज की सराहना की।
ब्राउन यूनिवर्सिटी में एक सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने भगवान राम समेत भारतीय देवताओं को पौराणिक बताया। उनसे पूछा गया कि हिंदू राष्ट्रवाद के दौर में धर्मनिरपेक्ष राजनीति कैसी होनी चाहिए और क्या महात्मा गांधी के विचारों का इस्तेमाल इसके खिलाफ किया जा सकता है। इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि भारत के सभी महान सुधारक और विचारक जैसे बुद्ध, गुरु नानक, गांधी और अंबेडकर बिना किसी भेदभाव के रहे। उन्होंने कहा कि ये लोग क्षमाशील, दयालु और सहिष्णु थे और भाजपा का नजरिया हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व नहीं करता।