India News (इंडिया न्यूज़), UP Vidhan Sabha: यूपी विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अभिभाषण की शुरूआत ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र कर करी थी। इसके बाद से ही सदन में चर्चा भी ‘राममय’ हो गई। मंगलवार को विधानसभा में अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दूसरे दिन पक्ष-विपक्ष के हर अधिकतर वक्ताओं के भाषण के केंद्र में राम रहे। दोनों ही एक-दूसरे को ‘हमारे और तुम्हारे राम’ का अंतर गिनाते दिखे। जहां सत्ता पक्ष ने प्राण प्रतिष्ठा को सनातन व राष्ट्र गौरव के तौर पर पेश किया तो विपक्ष ने राम की मर्यादा की दुहाई दे सवाल उठाए।
मोदी पर बन गई चौपाई
विधायक राजेश त्रिपाठी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान चौपाई ही रच दी, बोले ‘मोदी योगी युग जब आवा, निज भवनहिं राम तब पावा।’ सपा विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि राम में हमारी आस्था को किसी प्रमाण की जरूरत नहीं हैं। भारतीय समाज ने जिस राम को पूजा है वह वनवासी राम हैं। गरीबों, केवटों, निषादों के राम हैं। जिसे आप नव्य-भव्य बनाने चले हैं उसकी दिव्यता अलौकिक है। सरकार राम के चरण संग आचरण भी पकड़ ले ताकि प्रदेश का भला हो जाए।
सपा विधायक ने लगाया जय श्री राम नारा
सपा के ही राकेश प्रताप सिंह ने अपना भाषण शुरू रामचरित मानस की चौपाई से किया तो खत्म ‘जय श्री राम’ के नारे से। शाहिद मंजूर बोले, हमें भी खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से एक मसला हल हो गया। यह अलग बात है कि कौन उसका श्रेय ले रहा। मुझे उससे एतराज भी नहीं है।
कुछ लोगों को राम मंदिर के नाम से आपत्ति
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि मान्यता है जहां भगवान होते हैं, वहां सुख, संपदा अपने आप आती है। श्रीराम रमापति व श्रीपति हैं। मड़ई-कुटई में रहने वाले विग्रह नहीं। राम का धाम भव्य होना ही चाहिए, लेकिन कुछ लोगों को राम के नाम और राम मंदिर से ही आपत्ति है। भाजपा के श्रीराम चौहान बोले, राम ही राष्ट्र हैं और राष्ट्र ही राम है। राम का आदर्श भारत की जीवन शैली हैं।
विधायक के बयान पर हंगामा
बीजेपी विधायक केतकी सिंह ने विधानसभा में राम भक्तों पर गोली चलवाने की घटना याद दिलायी तो श्यामधनी राही ने 500 वर्षों का सपना साकार होने की खुशी जताने के साथ ही विपक्षी सरकार में कारसेवकों पर चली गोली याद दिलाई। विधायक केतकी सिंह के बयान पर सपा विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। बाद में विधानसभाध्यक्ष सतीश महाना ने आपत्तिजनक शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटवा दिया।
पत्नी के साथ 11 को रामलला के दर्शन करेंगे यूपी के विधायक
यूपी के विधायक 11 फरवरी को अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे। यह जानकारी यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने मंगलवार को सदन में दी। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक में दलीय नेताओं ने इसके लिए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया था। सपा के वरिष्ठ सदस्य शिवपाल सिंह यादव ने भी कहा था कि अगर अध्यक्ष अयोध्या ले जाएंगे, तो हम सभी चलेंगे। भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी के अनुरोध पर महाना ने कहा कि विधायक अपनी जीवन संगिनी को भी साथ ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक साथ चलने से एक संदेश जाएगा। महाना ने बताया कि अयोध्या चलने की व्यवस्था बसों से की गई है। वह खुद सदस्यों के साथ बस से ही चलेंगे। सभी बसें सुबह आठ बजे विधान भवन से अयोध्या के लिए रवाना होंगी। पहले दिन में 11:30 बजे हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे और 12:30 से दो बजे तक रामलला के दर्शन करेंगे। ढाई बजे मुख्यमंत्री की ओर से लंच की व्यवस्था की गई है, जिसके बाद लखनऊ वापसी होगी।
मस्जिद भी शामिल कर ली जाए
सदन में सपा विधायक इकबाल महमूद ने अध्यक्ष से अनुरोध किया कि इस टूर में अयोध्या में बनने वाली मस्जिद को भी शामिल कर लिया जाए, तो सद्भावना कायम होगी। विधायक मस्जिद की जमीन भी देख लेंगे। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि वह बन जाए। अगर, कमिटी कहेगी तो वहां भी चला जाएगा।