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Uttar Pradesh: गोरखनाथ मंदिर पर आतंकियों के खिलाफ विवेचना करने वाले 10 पुलिस कर्मियों को मिलेगा गृहमंत्री सम्मान, अमित शाह ने की घोषणा

Shubham Pathak • LAST UPDATED : August 14, 2023, 1:52 am IST

India News, (इंडिया न्यूज़),Uttar Pradesh: गोरखनाथ मंदिर पर आतंकी गतिविधियों को लेकर अनोखा कदम उठाने वाले उत्तर प्रदेश  (Uttar Pradesh) के 10 पुलिस कर्मियों को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्कृष्ट विवेचना के लिए गृहमंत्री का पदक देने की घोषणा की है। जिसमें गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले आतंकी अहमद मुर्तजा के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना करने वाले एटीएस के तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक संजय वर्मा और उप निरीक्षक अरविंद कुमार सिंह भी शामिल हैं। हलाकि, अदालत ने अहमद मुर्तजा को फांसी की सजा सुनाई थी।

जानिए कौन है मुख्य कर्मी और विवेचना का आधार (Uttar Pradesh)

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किए गए घोषणा में स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था के स्टाफ अफसर व एएसपी पूर्णेंदु सिंह को गृह मंत्री के पदक से सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि, पूर्णेदु सिंह ने गोंडा में क्षेत्राधिकारी रहने के दौरान दहेज हत्या के मामले की विवेचना की थी।जिसके बाद में अदालत ने अभियुक्त को साढ़े आठ साल की सजा सुनाई थी। वहीं पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार रेड्डी ने बदायूं में तैनाती के दौरान हत्या के मामले की विवेचना की, जिसमें अभियुक्त को फांसी हुई थी। पुलिस उपाधीक्षक गजेंद्र पाल सिंह ने रायबरेली में तैनाती के दौरान बलात्कार के बाद हत्या के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को फांसी की सजा हुई थी।

विपिन कुमार, श्याम बहादुर सिंह समेत शामिल है ये खास नाम

गृहमंत्री अमित शाह के घोषणा के बाद जानकारी ये सामने आ रही है कि, निरीक्षक विपिन कुमार सिंह ने रायबरेली में तैनाती के दौरान हत्या के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को उम्रकैद हुई थी। वहीं निरीक्षक श्याम बहादुर सिंह ने सोनभद्र में तैनाती के दौरान हत्या के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को फांसी की सजा हुई थी।

निरीक्षक योगेंद्र सिंह ने गाजियाबाद में तैनाती के दौरान दुष्कर्म के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को उम्रकैद हुई थी। निरीक्षक पतिराम यादव ने लखनऊ में तैनाती के दौरान बलात्कार के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को उम्रकैद हुई है। उप निरीक्षक मनोज कुमार ने भदोही में तैनाती के दौरान हत्या और बलात्कार के मामले की विवेचना की थी, जिसमें अभियुक्त को उम्रकैद की सजा हुई थी। इन सभी को भी गृहमंत्री के पदक से सम्मानित किया जाएगा।

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