India News(इंडिया न्यूज),Uttar Pradesh: भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या मामले में नया खुलासा हुआ है। जहां मेरठ, मुरादाबाद में ब्लॉक प्रमुख के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी अनुज चौधरी की हत्या के लिए सुपारी लेकर हत्यारों को काम पर रखने के आरोप में एक ब्लॉक प्रमुख के बेटे और उसके सहयोगी को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए है।

जानिए कब और कैसे की गई थी हत्या

जानकारी के लिए बता दें कि, ब्लॉक प्रमुख के बेटे अनिकेत चौधरी और उनके सहयोगी नीरजपाल ने अनुज चौधरी की हत्या करने के लिए सुपारी हत्यारों को काम पर रखने की बात स्वीकार की, जिन्होंने अनिकेत के पिता और ब्लॉक प्रमुख प्रभाकर चौधरी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन 17 वोटों से हार गए थे।

टहलते समय की थी हत्या (Uttar Pradesh)

वह प्रभाकर चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन उससे पहले ही 10 अगस्त को मुरादाबाद की पार्श्वनाथ प्रतिभा कॉलोनी में अपने दोस्त के साथ टहलते समय उनकी हत्या कर दी गई। जिसके बाद उनके हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में हेलमेट पहने तीन मोटरसाइकिल सवार अपराधियों को उन पर गोलियां चलाते देखा गया और बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

30 लाख रुपये की सुपारी का दावा, अर्पित कुमार ने दी जानकारी

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सिविल लाइंस क्षेत्र के सर्कल अधिकारी अर्पित कुमार ने कहा कि, चौधरी की हत्या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण की गई थी। ब्लॉक प्रमुख प्रभाकर चौधरी और उनके बेटे अनिकेत ने साजिश रची और अमित और नीरजपाल की मदद से तीन सुपारी किलरों को काम पर लगाया था। इसके साथ हीं उन्होंने ये भी कहा कि, सौदा 30 लाख रुपये में तय हुआ था और 6 लाख रुपये एडवांस में दे दिए गए थे।

शूटर नैनीताल में ठहरे थे लेकिन पुलिस टीमों को वे वहां नहीं मिले

आगे उन्होंने काम को अंजाम देने के बाद हत्यारों के लिए नैनीताल के एक रिसॉर्ट में ठहरने की व्यवस्था की। गिरफ्तार किए गए लोगों ने पुलिस को बताया कि शूटर नैनीताल में ठहरे थे लेकिन पुलिस टीमों को वे वहां नहीं मिले। जाहिर है, पुलिस को चकमा देने के लिए शूटरों ने अपना प्लान बनाया. चौधरी की हत्या करने के बाद वे नीरजपाल से मिले लेकिन नैनीताल नहीं गए और अपने मोबाइल फोन भी मुरादाबाद में फेंक दिए।

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