India News (इंडिया न्यूज),Uttar Pradesh Foundation Day: उत्तर प्रदेश आज अपना स्थापना दिवस मना रहा है। यह राज्य अपने समृद्ध इतिहास, गंगा-जमुनी तहज़ीब, सांस्कृतिक धरोहर और राजनीति में विशेष भूमिका के लिए जाना जाता है। 24 जनवरी 1950 को इस राज्य को आधिकारिक तौर पर उत्तर प्रदेश का नाम दिया गया। इससे पहले इसे यूनाइटेड प्रॉविंस के नाम से जाना जाता था। 1 अप्रैल 1937 को इसे ब्रिटिश शासन के दौरान संयुक्त प्रांत आगरा और अवध के रूप में स्थापित किया गया था।

संस्कृति और साहित्य का केंद्र

उत्तर प्रदेश न केवल हिन्दू संस्कृति का पालना रहा है, बल्कि बौद्ध धर्म की प्रेरणादायी भूमि भी है। यह राज्य वैदिक साहित्य, रामायण, महाभारत और अन्य धर्मग्रंथों का केंद्र रहा है। संगीत और नृत्यकला में भी यह अग्रणी है। कथक नृत्य शैली की उत्पत्ति यहीं हुई, जबकि तानसेन और बैजू बावरा जैसे महान संगीतज्ञ भी इसी भूमि की देन हैं। साहित्य के क्षेत्र में गोस्वामी तुलसीदास, कबीरदास, सूरदास, मुंशी प्रेमचंद जैसे महान लेखक यहां जन्मे। उर्दू साहित्य में फिराक, जोश मलीहाबादी और अकबर इलाहाबादी जैसे शायरों ने इस राज्य को गौरवान्वित किया।

राजनीति और जनसंख्या में विशेष स्थान

उत्तर प्रदेश जनसंख्या के आधार पर देश का सबसे बड़ा राज्य है। यहां की जनसंख्या लगभग 22 करोड़ है, जो इसे भारत के भीतर एक छोटा देश जैसा बनाती है। यहां 75 जिले और 18 मंडल हैं, जिनमें लखीमपुर खीरी सबसे बड़ा जिला है। राजधानी लखनऊ के अलावा वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल इस राज्य की पहचान हैं।

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स्थापना दिवस की शुरुआत और महत्व

उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पहली बार 2018 में तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक की पहल पर मनाया गया। इससे पहले इस दिन को महाराष्ट्र में यूपी दिवस के रूप में मनाया जाता था, लेकिन राज्य में इसे औपचारिक रूप से मनाने की परंपरा भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद शुरू हुई। यह दिन राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को सम्मान देने का अवसर बन गया है।

पर्यटन और धर्म का संगम

पर्यटन के लिहाज से उत्तर प्रदेश बेहद समृद्ध है। वाराणसी, मथुरा, वृंदावन, अयोध्या, और प्रयागराज जैसे धार्मिक स्थल जहां लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं, वहीं ताजमहल जैसे विश्वविख्यात स्मारक इसे एक अलग पहचान देते हैं। उत्तर प्रदेश का यह गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक विविधता इसे पूरे देश में एक अनोखा स्थान प्रदान करती है। आज इस स्थापना दिवस पर यह राज्य अपनी समृद्ध धरोहर और उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देता है।

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