आधी रात को ननद के कमरे में गई भाभी
कोतवाली क्षेत्र के करींगा गांव में शनिवार की रात घर में सो रही नाबालिग की चोटी उसकी तहेरी भाभी ने अंधविश्वास के चलते काट ली। चोटी को काटते समय नाबालिग की आंख खुल गई और उसने विरोध किया। लेकिन भाभी ने चोटी काट ली और चोटी काटकर घर के दरवाजे पर रख दी। घटना के दूसरे दिन पता चलने पर नाबालिग के परिजनों ने भाभी और उसके पति को पंचायत में बुलाया। पंचायत ने चोटी काटने की एवज में पीड़ित नाबालिग को 20 हजार रुपए का मुआवजा देने पर समझोता हो गया। पैसे देने की डेट आने पर वह मुकर गई और कोतवाली पहुंच गई और उसने नाबालिग के परिवार वालों यानी अपने ही ससुरालवालों के खिलाफ अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए पुलिस के पास शिकायत कर दी।
जानें पूरा मामला
गुरुवार को पुलिस ने दोनों पक्षों को कोतवाली बुलवाया। नाबालिग ने आरोप लगाया कि अंधविश्वास के चलते उसकी भाभी ने सोते समय उसकी चोटी काट ली और दरवाजे पर रख दी थी। इसके बाद भाभी ने आरोप लगाया कि चोटी काटने की एवज में उससे 20 हजार रुपए की मांग की जा रही है। हालांकि कोतवाल धनंजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि अब दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है और दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ कार्रवाई करने से इंकार कर दिया है।