उत्तर प्रदेश

एक्शन में सपा! आज संभल में घटना की हकीकत का पता लगाएगा प्रतिनिधिमंडल, कई नेता नजरबंद

India News (इंडिया न्यूज़),Sambhal Voilence: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की कोर्ट के आदेश के बाद मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। डीएम ने जांच कमेटी गठित कर सात दिन में रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं। संभल हिंसा पर सियासत भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल आज संभल जाएगा। इसकी रिपोर्ट अखिलेश यादव को सौंपी जाएगी। यूपी के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भारी हिंसा हुई थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। राज्यसभा सांसद जावेद अली ने बताया कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों से मिलकर उनका दर्द बांटेगा।

सोशल मीडिया के जरिए इस प्रतिनिधिमंडल की जानकारी दी

सपा ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस जनसंपर्क की जानकारी देते हुए लिखा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी के निर्देश पर समाजवादी पार्टी के महासचिव ने वहां हुई हिंसा की जानकारी दी और राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट दी।”

ये नेता जाएंगे मिलने

नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव, सांसद जावेद अली, सांसद हरिंदर मलिक, सांसद जिया उर रहमान बर्क, सांसद नीरज मौर्य, सांसद रुचि वीरा, विधायक नवाब इकबाल, विधायक कमाल अख़्तर,विधायक पिंकी यादव, मुरादाबाद जिलाध्यक्ष जयवीर यादव और बरेली जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप ये सभी होंगे

पहले लगा जहाज का मलबा, पास जाकर देखा तो रह गए हैरान, प्रशांत महासागर में मिला दुनिया का सबसे विशालकाय जीव!

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

मंगलवार को सपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल संभल पहुंचकर हिंसा के मामले में जानकारी लेकर संयुक्त रिपोर्ट तैयार करेगा। जिसके बाद ये रिपोर्ट सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपी जाएगी। अखिलेश के इस पत्र के बाद DM ने संबंधित जनपदों के कप्तानों से बात की। फिर इसके बाद प्रतिनिधि मंडल में शामिल नेताओं को उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया गया है ।

राजस्थान में फिर बदले सर्दी के तेवर! ठंड के बाद खिली धूप; जानें कैसा रहेगा आज का वेदर

संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं और मामले की जाँच व प्रशासनिक कार्रवाई तेज हो गई है। कोर्ट के आदेश से हुए सर्वे के दौरान हुई इस घटना में चार लोगों की मौत और कई पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

घटना के दौरान मस्जिद के पास भारी भीड़ जुटी, जिससे हिंसा भड़क उठी। पुलिस और भीड़ के बीच झड़पें हुईं, जिसमें पुलिस पर हमला किया गया और कई घायल हुए। पुलिस ने 800 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं।

Delhi Weather Update: दिल्ली में कड़ाके की ठंड की दस्तक, कोहरे और खराब हवा से बढ़ेंगी मुश्किलें

प्रतिनिधिमंडल की रोकथाम

समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों से मिलने के लिए संभल जाने वाला था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें उनके घरों में नजरबंद कर दिया। सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार घटना की सच्चाई को दबाने की कोशिश कर रही है। संभल के डीएम ने हिंसा की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और 7 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है। इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं, और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।

सपा और कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर घटना को गलत तरीके से संभालने का आरोप लगाया है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ नोटिस देकर कहा कि सरकार जनता के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। सपा सांसद और विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है।

हाथ में पताका, जमीन पर बैठकर…, संजू बाबा का यह रूप देख गदगद हुए ‘सनातनी’; बागेश्वर बाबा का हाथ थाम लहराया भगवा

पुलिस और प्रशासन ने दावा किया है कि हिंसा पूरी तरह से सुनियोजित थी। पुलिस ने गोली चलाने से इनकार किया है और कहा है कि उन्होंने केवल रबर बुलेट का इस्तेमाल किया। इलाका अब शांत है लेकिन तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। प्रशासन स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए प्रतिबंध और सुरक्षा उपाय लागू कर रहा है। मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट आने के बाद घटना के कारणों और जिम्मेदार व्यक्तियों का निर्धारण होगा। सपा और अन्य विपक्षी दल अपनी रिपोर्ट तैयार कर इस मुद्दे को राजनीतिक मंचों पर उठाने की योजना बना रहे हैं। संभल हिंसा में पर DM और पुलिस अधीक्षक ने भी बड़ा खुलासा किया है, उन्होंने कहा कि रात में भीड़ बुलाई गई थी। पहले से घटना को लेकर तैयारी की गई थी कैसे झगड़ा करना है ये सब। हिंसा के लिए व्हाट्सऐप मैसेज भेजकर मस्जिद के पास लोगों की भीड़ बुलाई गई थी।

ऋषभ पंत को नहीं मिलेंगे 27 करोड़! IPL के इस नियम ने उड़ाई धाकड़ बल्लेबाज की नींद, जानिए चोटिल हुए तो होगा नुकसान या फायदा?

Poonam Rajput

Recent Posts

Safdarjung Hospital Viral Video: सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टर से दुर्व्यवहार का वीडियो वायरल, कप्तानी झाड़ते नजर आए IPS अधिकारी

India News (इंडिया न्यूज),Safdarjung Hospital Viral Video: दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में एक डॉक्टर के…

11 minutes ago

75वां संविधान दिवस पर CM योगी का बड़ा बयान, बोले-‘कांग्रेस का सिर्फ चेहरा लोकतांत्रिक’

India News (इंडिया न्यूज़),75th Constitution Day Of India: आज देश 75वां संविधान दिवस मना रहा…

19 minutes ago

हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र दिसंबर के तीसरे हफ्ते से आरम्भ, जाने क्या और कहा रहेगा कार्यक्रम

India News (इंडिया न्यूज), Himachal Assembly: हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा का सातवां शीतकालीन सत्र दिसंबर…

20 minutes ago

Sonepur Mela: अगले एक महीने तक बिखरेगी रौनक! प्रसिद्ध सोनपुर मेले की हो गई है शुरुआत

India News (इंडिया न्यूज), Sonepur Mela: बिहार के सारण जिले में आयोजित किए जाने वाले…

20 minutes ago