India News( इंडिया न्यूज़),Yamuna Express Way Accident: नोएडा से दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। रविवार सुबह यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए दर्दनाक हादसे में प्रसिद्ध भक्ति संत जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हो गया। यह हादसा दनकौर कोतवाली क्षेत्र में हुआ, जब एक तेज रफ्तार कैंटर ने दो कारों को टक्कर मार दी। डॉ. विशाखा त्रिपाठी के सिर में गंभीर चोटें आईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दुर्घटना में उनकी दो बहनें, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी भी गंभीर रूप से घायल हुई हैं और उनका इलाज दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में जारी है।
कब हुआ दर्दनाक सड़क हादसा
यह हादसा सुबह 5 बजे के करीब यमुना एक्सप्रेसवे पर हुआ। तीनों बहनें मथुरा से दिल्ली एयरपोर्ट सिंगापुर जाने के लिए निकली थीं। तेज रफ्तार कैंटर ने आगे चल रही दो कारों को टक्कर मारी, जिससे कारें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे में कुल 8 लोग घायल हुए, जिनमें हंसा, कश्मीरा, जानूका, संजय और दीपक शामिल हैं। सभी को पहले ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल और फिर अपोलो अस्पताल रेफर किया गया। हादसे के बाद कैंटर का चालक गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
डॉ. विशाखा त्रिपाठी वृंदावन के प्रसिद्ध प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ स्थित मनगढ़ भक्ति धाम की अध्यक्ष थीं। उनके नेतृत्व में इन धार्मिक स्थलों का विकास हुआ। उनकी मृत्यु से भक्त समुदाय और कृपालु महाराज के अनुयायियों में गहरा शोक है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार कैंटर चालक की तलाश में जांच शुरू कर दी है। इस हादसे से एक बार फिर यमुना एक्सप्रेसवे की सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल उठ खड़े हुए हैं। डॉ. विशाखा त्रिपाठी की असमय मृत्यु से उनके अनुयायी और परिवारजन गहरे सदमे में हैं। भक्ति धाम और प्रेम मंदिर में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।