कांग्रेस पर आंबेडकर विरोधी होने का आरोप

India News (इंडिया न्यूज),Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास आंबेडकर विरोधी रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबा साहेब संविधान समिति का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने बाबा साहेब को लोकसभा चुनाव हरवाया और उनके परिनिर्वाण के बाद स्मारक तक नहीं बनने दिया।”

बाबा साहेब के योगदान का जिक्र

योगी ने आंबेडकर को भारतीय संविधान का शिल्पी बताते हुए कहा कि उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में शिक्षा और ज्ञान अर्जित कर भारत को एक मजबूत संविधान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहेब से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों को जीवित रखने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे उनसे जुड़े स्थलों को पंच तीर्थ घोषित करना।

घरवालों के सामने सवि की इज्जत को तार-तार कर देगा रजत, एक बार फिर रिश्ता पहुंचेगा टूटने की कगार पर

कांग्रेस और सपा पर एक साथ निशाना

मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी को भी आड़े हाथों लिया उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार के दौरान बाबा साहेब के नाम वाले कॉलेजों और मेडिकल कॉलेजों से उनका नाम हटा दिया गया आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा ने तुष्टिकरण की राजनीति के जरिए देश को विभाजन के कगार पर ला दिया।

डबल इंजन सरकार दलितों के लिए वरदान

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने दलितों और वंचितों के लिए योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया। शौचालय, पीएम आवास, नि:शुल्क राशन और आयुष्मान योजना जैसी योजनाओं से दलित वर्ग को सीधा लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी बाबा साहेब के आदर्शों के प्रति समर्पित है, जबकि कांग्रेस का इतिहास दलितों के शोषण का रहा है। सीएम ने कहा कि कांग्रेस और सपा के प्रयास सफल नहीं होंगे जनता ने उन्हें बार-बार नकारा है और आगे भी खारिज करेगी।