India News UP(इंडिया न्यूज),UP News: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसने मॉब लिंचिंग के खतरनाक परिणामों को उजागर किया है। अवनीश कुमार नाम के एक युवक को ग्रामीणों ने बच्चों का लिफ्ट ऑपरेटर समझकर दौड़ा लिया, इसलिए वह अपनी जान बचाने के लिए पुल पर चढ़ गया। यह घटना निगरानी के बढ़ते खतरे और भीड़ की मानसिकता का एक भयावह उदाहरण है जहां लोग बिना किसी जांच के एक निर्दोष व्यक्ति को हिंसा का शिकार बना देते हैं।

जान बचाने के लिए पुल पर चढ़ा युवक

जान बचाने के लिए अवनीश कुमार घंटों फ्लाईओवर पर चढ़े रहे। उनकी हालत इतनी खराब थी कि वह करीब आठ घंटे तक ऊपर ही बैठे रहे। जान बचाने के लिए पुलिस और स्थानीय लोगों ने उसे बार-बार नीचे आने के लिए मनाया, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति अकल्पनीय रूप से खराब हो चुकी थी। पुलिस के पकड़े जाने के बाद भी अवनीश ने कूदने का कठिन निर्णय लिया और अंततः उसकी मृत्यु हो गई।


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हादसे का कारण बनी अफवाह

यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की मौत के बारे में नहीं है, बल्कि समाज के उस हिस्से को भी उजागर करती है। जहां लोग अफवाहों के आधार पर अपने लोगों के खिलाफ क्रूरतापूर्वक कार्रवाई करता है। बच्चों के अपहरण जैसी अफवाहें अक्सर गांवों और कस्बों में सुनी जा सकती हैं, लेकिन इन अफवाहों की सच्चाई की जांच किए बिना लोग किसी निर्दोष व्यक्ति को अपराधी मान लेते हैं और उसे सजा दे देते हैं।

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