India News (इंडिया न्यूज),Uttarakhand Nikay Chunav Voting: उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव के दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत मतदान नहीं कर पाए, जिससे राजनीति गर्मा गई है। इसका कारण मतदाता सूची में उनका नाम गायब होना बताया गया। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि यह लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास है।

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निर्वाचन अधिकारी ने मतदाता सूची जारी करते हु एसफाई दी

गुरुवार को यह विवाद तब गहराया जब जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदाता सूची जारी करते हुए सफाई दी कि सूची में हरीश रावत का नाम दर्ज है। हालांकि, कांग्रेस ने इस दावे को खारिज करते हुए इसे महज दिखावा बताया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाया कि जब पूर्व मुख्यमंत्री का नाम सूची में खोजा जा रहा था, तब निर्वाचन आयोग के अधिकारी अपने कर्तव्यों से बचते नजर आए। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने इस प्रकरण को सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करार दिया। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल लोकतंत्र की भावना को ठेस पहुंचाती है, बल्कि निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े करती है। कांग्रेस इस मुद्दे पर आक्रामक रूख अपनाए हुए है और सरकार पर निशाना साध रही है। वहीं, जिला प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी निभाने का दावा करते हुए मतदाता सूची में किसी गड़बड़ी से इनकार किया है। इस घटना ने नगर निकाय चुनाव को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।

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