कच्ची हल्दी के गुण
कच्ची हल्दी में ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं, कच्ची हल्दी मेटाब्लोजिम को बढ़ाने में भी सहायक होता है
करक्यूमिन सामग्री
कच्ची हल्दी में करक्यूमिन नामक यौगिक होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में कार्य करता है
थार्मोजेनिक प्रभाव
कच्ची हल्दी का यह गुण हमारे बॉडी के तापमान को बढ़ा कर गर्मी प्रदान करता है, तापमान में वृद्धि कैलोरी बर्न और वजन घटाने में सहायक होता है
इन्सुलिन में सुधार
कच्ची हल्दी इंसुलिन के स्तर में सुधार लाने में मददगार है, यह एंटी इन्फ्लेमेट्र गुणों से भरपूर है, इसमें मौजूद कर्क्यूमिन डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक है
उन्नत पाचन
कच्ची हल्दी में 'जिंजरॉल' नामक यौगिक होता है जो पाचन शक्ति को बढ़ाता है, यह पेट में गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करती है
आंत संतुलन
कच्ची हल्दी एंटीवायरल, एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर प्रीबायोटिक भी है, जो हमारी आंत में हेल्दी बैक्टीरिया को बनाए रखती है
सुजनरोधी प्रभाव
कच्ची हल्दी में सक्रिय तत्व करक्यूमिन में शक्तिशाली जैविक गुण होते हैं, जो सूजन को कम करता है
भूख नियंत्रण
कच्ची हल्दी भूख को नियंत्रित रखता है, जिससे शरीर का वजन भी संतुलित रहता है
फैट में कमी
फैट को कम करने के लिए कच्ची हल्दी को गर्म पानी में उबालकर सुबह खाली पेट पीना चाहिए
ब्लड शुगर कंट्रोल
हल्दी में करक्यूमिन मौजूद होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का कार्य करता है, इससे नींद भी बहुत अच्छी आती है
एडाप्टोजेनिक गुण
कच्ची हल्दी शरीर के कई रोगों और संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है, ये पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है और इम्यूनिटी बढ़ाती है