बिना तलाक के 100 शादी, बनाया वर्ल्ड Record; जानें कौन है वो शख्स
एक शख्स100 से ज्यादा महिलाओं के साथ शादी की है। हैरानी की बात ये है कि शादियां बिना तलाक के हुई है। इसी से उसने दुनिया में सबसे ज्यादा द्विविवाह करने का टाइटल अपने नाम कर लिया है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने शेयर किया वीडियो
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें जियोवन्नी विगलियोटो (Giovanni Vigliotto) की कहानी बताई गई है। ऐसा कहा जाता है कि उसका असली नाम जियोवन्नी विगलियोटो नहीं था, लेकिन आखिरी पत्नी से शादी करने के दौरान उसने ये नाम इस्तेमाल किया।
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104-105 महिलाओं के साथ की शादी
विगलियोटो ने 1949 से 1981 के बीच 104-105 महिलाओं से शादी की थी। उसकी कोई भी पत्नी एक दूसरे को नहीं जानती थी। यहां तक कि वो विगलियोटो के बारे में भी सही से नहीं जानती थीं। ऐसा कहा जाता है कि उसने अमेरिका के 27 अलग-अलग राज्यों और 14 अन्य देशों में ये शादियां कीं है। वो हर बार फर्जी पहचान के साथ शादियां करता था।
पहली डेट पर ही करता था प्रपोज
विगलियोटो के बारे में बताया गया कि वो सभी महिलाओं को चोर बाजार में मिलता था और पहली डेट पर ही प्रपोज कर देता था। शादी हो जाने के बाद वो अपनी पत्नी के पैसे और बाकी कीमती सामान लेकर भाग जाता। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की वेबसाइट के अनुसार, वो महिलाओं से कहता था कि वो काफी दूर रहता हैं इसलिए महिला अपना सारा सामान लेकर उसके पास आ जाए।
जब महिलाएं सारा सामान पैक कर लेती थीं, तो विगलियोटो ट्रक में उनका सामान भरकर भाग जाता और फिर दोबारा नजर ही नहीं आता। सारा सामान चोरी करने के बाद वह उसे चोर बाजार में बेच देता था और यहीं से दूसरी महिलाओं को शिकार बनाता था।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
विगलियोटो के खिलाफ कई शाकियतें भी दर्ज हुई लेकिन वो हर बार भागने में कामियाब रहा। हालांकि उसकी आखिरी शिकार बनी महिला ने उसे अमेरिका के फ्लोरिडा में दबोचा। इस महिला का नाम शारोन क्लार्क बताया गया और ये इंडियाना के चोर बाजार में मैनेजर का काम करती थी।
यहां अधिकारियों ने विगलियोटो को 28 दिसंबर, 1981 को पकड़ा। इसके बाद उसके खिलाफ जनवरी 1983 में मुकदमा शुरू हुआ। उसे कुल 34 साल जेल की सजा हुई। इसमें 28 साल की सजा धोखाधड़ी और छह साल की सजा एक से अधिक शादी करने के मामले में दी गई। इसके साथ ही उस पर 336,000 डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया।
ब्रेन हेमरेज से हुई मौत
उसने अपनी जिंदगी के आखिरी 8 साल एरिजोना स्टेट की जेल में बिताई और 61 साल की उम्र में 1991 में ब्रेन हेमरेज की वजह से मौत हो गई थी। बता दें विगलियोटो 53 साल की उम्र में पकड़ा गया था। पकड़े जाने के बाद उसने अपना असली नाम निकोलई पेरूस्कोव बताया था। हालांकि बाद में एक प्रॉसीक्यूटर की तरफ से कहा गया कि उसका असली नाम फ्रेड जिप है और वह 3 अप्रैल, 1936 को न्यूयॉर्क में पैदा हुआ था।