A view of the sea

अतुल सुभाष की वो 12 आखिरी इच्छाएं जो रह गई अधूरी, जानकर कांप जाएगी रूह!

अतुल सुभाष ने सुसाइड नोट में अपनी आखिरी इच्छा का भी जिक्र किया है। उन्होंने मांग की है कि मामले की सुनवाई यूपी से कर्नाटक में की जाए, बेटे की कस्टडी दी जाए, उत्पीड़न करने वालों को सजा दी जाए और सुसाइड नोट को सबूत माना जाए।

1- सभी मामलों की सुनवाई लाइव हो और देश के लोगों को इस मामले के बारे में पता चले। उन्हें न्याय व्यवस्था की भयावह स्थिति और इन महिलाओं द्वारा कानून के दुरुपयोग के बारे में पता चले।

2- सुसाइड नोट और अपलोड किए गए वीडियो को अतुल सुभाष का बयान और सबूत माना जाए।

3- अतुल ने कहा कि उनके मामले की सुनवाई यूपी की बजाय बेंगलुरु में होनी चाहिए क्योंकि बेंगलुरु की अदालतें यूपी से ज्यादा कानून का पालन करती हैं। यूपी के जिस जज पर उन्होंने आरोप लगाए हैं, वह दस्तावेजों से छेड़छाड़ भी कर सकते हैं।

4- अतुल ने मांग की है कि उनके बच्चे की कस्टडी उनके माता-पिता को दी जाए। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता बच्चे को बेहतर संस्कारों के साथ पाल सकते हैं।

5- अतुल ने कहा कि मेरी पत्नी या उसके परिवार को मेरे शव के पास नहीं आने दिया जाए।

6- इंजीनियर ने मांग की है कि जब तक उसे प्रताड़ित करने वालों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक उसकी अस्थियों को विसर्जित न किया जाए। अगर कोर्ट भ्रष्ट जज और उसकी पत्नी व अन्य प्रताड़ित करने वालों को दोषी नहीं मानता है, तो उसकी अस्थियों को कोर्ट के बाहर नाले में बहा दिया जाए।

7- अतुल ने कहा कि उन्हें कानून व्यवस्था पर ज्यादा भरोसा नहीं है। अगर उनकी पत्नी जैसे लोगों को जेल नहीं भेजा गया तो ऐसे लोगों की हिम्मत बढ़ेगी और वे भविष्य में समाज के अन्य बेटों पर भी झूठे मुकदमे दर्ज कराएंगे।

ये भी देखें