व्यक्ति के जीवन में उसके कर्मों का बड़ा प्रभाव होता है, जो उसकी आयु और जीवनशैली पर असर डालते हैं।
जिन लोगों को नाखून चबाने की आदत होती है, शास्त्रों के अनुसार उनकी असमय मृत्यु हो जाती है।
जो लोग टूटी या ढीली खाट पर सोते हैं, या फिर मैले दर्पण में चेहरा देखते हैं, उनके जीवन में मृत्यु का भय बना रहता है।
सिर पर तेल लगाने के बाद व्यक्ति को अन्य अंगों को नहीं छूना चाहिए, क्योंकि इससे आयु कम होती है।
महाभारत के अनुसार, कभी भी कपड़े उतारकर नहाना या सोना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे जल्दी मृत्यु हो सकती है।
सूर्यास्त के समय सोना मना है, क्योंकि ऐसा करने से व्यक्ति की जल्द मृत्यु हो सकती है।
इन शास्त्रों और पुरानी कथाओं का उद्देश्य जीवन के अच्छे और बुरे कर्मों के बीच अंतर समझाना और जीवन की रक्षा करना है