गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर:। गुरुर्साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः:।।
ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ। ॐ जूं स माम् पालय पालय स: जूं ॐ।
ओम ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः। सरस्वती ॐ सरस्वत्यै नमः। महामाया ॐ महमायायै नमः।
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः:।।
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
ॐ गं गणपत्यै नमः/ ॐ क्लीं कालिकायै नमः/ ॐ नमो रुद्राय/ ॐ महताना अगातीसया नमः।