ना बीमारी ना युद्ध इस वजह से हुई थी अकबर के पिता की मौत
अकबर को अपने पिता से विरासत में बिखरा साम्राज्य और बहुत सी चुनौतियां मिली थीं.
जब हुमायूं की मौत हुई तब अकबर की उम्र 13 साल थी और उन्हें बहुत कम वक्त पिता के साथ बिताने के लिए मिला था.
अकबर के पिता हुमायूं एक बेहद पढ़े-लिखे शासक थे और उनके पास किताबों का बड़ा समृद्ध भंडार था.
हुमायूं की मौत किसी युद्ध या बीमारी की वजह से नहीं हुई थी बल्कि अपनी पसंदीदा जगह लाइब्रेरी में हुई थी.
लाइब्रेरी की सीढ़ियों से उतरते वक्त बादशाह हुमायूं लड़खड़ा कर गिर पड़े थे और इस दुर्घटना में काफी चोटें आई थीं.
लाइब्रेरी की सीढ़ियों से गिरने की वजह से सिर में लगी चोटों की वजह से बादशाह हुमायूं की मौत हुई थी.
हुमायूं युद्ध विजय और साम्राज्य विस्तार के लिहाज से अकबर जितने सफल नहीं थे लेकिन वह एक विद्वान शासक थे.
हुमायूं को पढ़ने-लिखने का काफी शौक था और उन्होंने अरबी-फारसी साहित्य, इतिहास, दर्शन का अध्ययन किया था.यही वजह है कि अकबर अपने पिता की मौत के बाद भी उनका काफी सम्मान करते थे.